गोरखपुर. प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा राज्य मंत्री राधेश्याम सिंह के बाद अब बीजेपी विधानमंडल दल से निलंबित किये जा चुके गोरखपुर ग्रामीण के विधायक विजय बहादुर यादव ने सदर सांसद योगी आदित्यनाथ के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। विधायक ने कहा कि योगी अपने मेडिकल कॉलेज के लिए एम्स और खाद कारखाना दोनों को स्थापित नहीं होने देना चाहते हैं। कहा की एम्स की जमीन पर मुकदमा करने वाला योगी का करीबी है। योगीजी ने ही जानबूझ कर मुकदमा कराया है। अगर वह चाह दें तो मुकदमा वापस हो सकता है।
बीजेपी द्वारा की गई करवाई के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए विधायक विजय बहादुर यादव ने भाजपा से अपने निलम्बन को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। विधायक ने कहा कि मानबेला रैली से लेकर लोकसभा चुनाव तक उन्होंने पार्टी के दायित्व का इमानदारी से निर्वहन किया। उन्होंने अपने ऊपर हुई कार्रवाई के लिए सदर संसद योगी आदित्यनाथ को जिम्मेदार ठहराया। कहा कि योगी आदित्यनाथ ने दो वर्ष से मेरे राजनीतिक व सामाजिक विकास को रोकने का प्रयास किया। उन्होंने आरोप लगाया कि योगी आदित्यनाथ निजी मेडिकल कालेज बनवा रहे हैं जिसकी खातिर वह यहां एम्स नहीं बनने देना चाहते। वह खाद कारखाने को भी नहीं चलने देना चाहते क्योंकि उनका मेडिकल कालेज खाद कारखाने से होने वाले प्रदूषण के दायरे में आ जाएगा। विधायक ने आरोप लगाया कि योगी आदित्यनाथ ने एम्स की राह में रोड़ा खड़ा करने के लिए ही एम्स की जमीन को लेकर मुकदमा कराया। जिसने मुकदमा किया वह उनका बेहद नजदीकी है। वह चाहे तो मुकदमा हट सकता है लेकिन अपने निजी स्वार्थ में ऐसा नहीं कर रहे हैं। उन्होंने गोरखपुर के सांसद पर निजी स्वार्थ को हमेशा उपर रखने का आरोप लगाया।
सपा मुखिया और मुख्यमंत्री की खूब की तारीफ़
विधायक ने सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और काबीना मंत्री शिवपाल यादव की तारीफ करते हुए कहा कि तीनों नेताओं की मदद से उन्होंने सूरजकुंड ओवरब्रिज का रूका काम शुरू कराया। इसके साथ ही कालेसर से गीडा, नौसढ़ होते हुए पैडलेगंज की सड़क को फोर लेन कराया। उन्होंने बीआरडी मेडिकल कालेज के उच्चीकरण और मदन मोहन मालवीय इंजीनियंरिंग कालेज को यूनिवर्सिटी बनाने के लिए भी अपनी भूमिका का उल्लेख किया।
अंतरात्मा की आवाज़ पर वोट किया
क्रॉस वोट के मुद्दे पर विधायक विजय बहादुर ने कहा कि अन्तरात्मा की आवाज पर अच्छे व्यक्तित्व के धनी व्यक्ति को वोट दिया।