गोरखपुर

निषाद पार्टी के प्राथमिक सदस्य तक नहीं हैं अब विजय मिश्र, जहां जाना हो जाएंः डाॅ.संजय निषाद

विधायक विजय मिश्र को राष्ट्रीय अध्यक्ष ने दिया जवाब

गोरखपुरMar 25, 2018 / 03:07 am

धीरेन्द्र विक्रमादित्य

संजय निषाद का फिर आरोप, कहा- प्रशासन के लोग जानबूझकर काउंटिंग में कर रहे देरी, गड़बड़ करने की है मंशा

गोरखपुर। निषाद पार्टी से विधायक विजय मिश्र को निकाला जा चुका है। पार्टी ने सर्वसम्मति से उनके खिलाफ निर्णय लिया है। विधायक विजय मिश्र पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल थे, उन्होंने अनुशासनहीनता की है। वह इस समय पार्टी के प्राथमिक सदस्य तक नहीं हैं।
ये बातें निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डाॅ.संजय निषाद ने कही। वह पार्टी से निकाले गए विधायक विजय मिश्र के उस दावे का जवाब दे रहे थे जिसमें उन्होंने डाॅ.संजय को ही पार्टी से जल्द बाहर करने का दावा कर रहे थे। राष्ट्रीय अध्यक्ष डाॅ.संजय निषाद ने कहा कि निषाद पार्टी में रहकर विजय मिश्र भाजपा का प्रचार कर रहे थे। ऐसे में इस पार्टी में रहने का उनको अधिकार नहीं है। विधायक विजय मिश्र को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से मुक्त कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि ऐसे किसी भी व्यक्ति को निषाद दल में आवश्यकता नहीं है जो केवल वोटबैंक की खातिर पार्टी में रहे। अब विजय मिश्र के लिए विकल्प खुला है, कहीं भी जाएं। हमारी पार्टी को उनकी जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी में ईमानदारी से काम करने वालों को जगह है, दगा देने वालों को पार्टी में एक पल भी रहने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने कहाकि उनके खिलाफ कार्रवाई पार्टी के संविधान के अंतर्गत किया गया है।
उन्होंने कहा कि उनकी विधानसभा सदस्यता रद करने के लिए पार्टी की ओर से विधानसभा अध्यक्ष को पत्र भेजा जाएगा। शुक्रवार को हुए राज्यसभा चुनाव में उन्होंने पार्टी की व्हिप की अवहेलना करते हुए भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में वोटिंग की। इसलिए उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है।
गौरतलब है कि विजय मिश्रा ज्ञानपुर से निषाद पार्टी से विधायक हैं. उन्होंने पिछले विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव द्वारा टिकट काटे जाने के बाद निषाद पार्टी के सिम्बल पर चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की थी। लेकिन राज्यसभा चुनाव में विजय मिश्र ने सपा-बसपा के खिलाफ भाजपा को वोट देने का ऐलान किया था। हालांकि, उनकी पार्टी ने व्हिप जारी कर उनको गठबंधन के पक्ष में वोट करने को कहा था लेकिन उन्हेांने व्हिप को नजरअंदाज कर भाजपा को वोट किया। शनिवार को निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संजय निषाद ने अनुशासनहीनता के आरोप में विधायक विजय मिश्रा को पार्टी से निलंबित कर दिया और उनकी प्राथमिक सदस्यता समाप्त कर दी। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बताया कि विधानसभा अध्यक्ष को विधानसभा से सदस्यता समाप्त करने के लिए पत्र भेजा जाएगा।
खुद को पार्टी से निकाले जाने के बाद विजय मिश्र ने अपनेे राष्ट्रीय अध्यक्ष को ही जल्द ही पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाने को कहा था।
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