इस पुरस्कार के प्रथम चरण में छात्र-छात्राओं को उनके 10वीं 12वीं और बीटेक पाठ्यक्रम के दौरान उनकी शैक्षिक और अतिरिक्त क्रियाकलापों में सफलताओं के अनुसार उनका चयन किया जाता है। इस वर्ष 32 छात्र-छात्राओं ने प्रथम चरण में पुरस्कार के लिए अपने आप को पंजीकरण किया था। इसमें से 16 छात्र-छात्राओं को दूसरे चरण के लिए चुना गया। दूसरे चरण में छात्र-छात्राओं को समाज में इंजीनियर की उपयोगिता और अनेक वाद के ऊपर दो अलग अलग निबंध लिखने को दिया गया। निबंध के आधार पर 6 छात्र-छात्राओं का तीसरे चरण में दूरभाष के माध्यम से साक्षात्कार किया गया। इस प्रक्रिया के आधार पर तीन छात्र छात्राओं को इस साल अवार्ड के लिए चयनित किया गया। इसमें इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग की छात्रा श्रेया मिश्रा को स्वर्ण पदक तथा साथ में रुपया 50,000 का पुरस्कार। अभ्या तिवारी को रजत पदक व 30000 का पुरस्कार। मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के नितेश सिंह को कांस्य पदक व 10,000 का पुरस्कार दिया जाएगा। यह स्कालरशिप 25 -26 दिसंबर को होने वाले एलुमनाई मीट में प्रदान किया जाएगा।