DDUGU प्रायोगिक ज्ञान के बिना शिक्षा अधूरी : कुलपति
गोरखपुरPublished: Nov 14, 2017 07:34:46 pm
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के विधि संकाय में मूटकोर्ट हॉल का हुआ उद्घाटन
गोरखपुर। देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था को सुचारु रूप से चलाने के लिए विधि का ज्ञान बेहद ज़रूरी है और विधि का ज्ञान यदि मात्र सैद्धांतिक हो तो यह अधूरा रह जाता है। किसी भी सिद्धांत को मूर्त रूप तब तक प्राप्त नहीं होता जब तक उसे व्यावहारिक धरातल में न उतारा जाय। इसके लिए मूटकोर्ट हॉल विद्यार्थियों के लिए उपयोगी साबित होगा।
यह विचार दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. वीके सिंह के हैं। प्रो.सिंह विवि परिसर स्थित विधि संकाय में मूटकोर्ट हॉल के उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
विधि संकाय के पूर्व अधिष्ठाता और वरिष्ठ आचार्य प्रो.आरएन प्रसाद ने विचार व्यक्त करते हुए विधि के विद्यार्थियों हेतु मूटकोर्ट को सर्वथा प्रासंगिक बताया। उन्होंने कहा कि मूटकोर्ट न्यायिक कार्रवाइयों को प्रयोगात्मक रूप में समझने और आचरण करने का प्रकल्प है।
विशिष्ट अतिथि विश्वविद्यालय के वित्त अधिकारी वीके चौबे ने
कहा कि विश्वविद्यालय परिसर में शैक्षिक संस्थानों में प्रायोगिक ज्ञान के लिए बनाये जा रहे ऐसे आधारभूत ढांचे समय की आवश्यकता है।
विधि संकाय के संकायाध्यक्ष एवं विभागाध्यक्ष प्रो. जितेंद्र मिश्र ने कहा कि विधि विभाग का विश्वविद्यालय के इतिहास में गौरवपूर्ण स्थान रहा है। इस संकाय ने देश को विभिन्न राज्यों में श्रेष्ठ गुणवत्ता के विधिवेत्ताओं न्यायाधीशों एवं अभियोजन अधिकारी देने का कार्य किया है। विधि के विद्यार्थियों की लम्बे समय से बनी यह आवश्यकता आज पूरी हो गयी। अब मूटकोर्ट द्वारा विद्यार्थियों को न्यायिक प्रक्रिया की सम्यक जानकारी हो सकेगी।
आभार ज्ञापन कुलसचिव शत्रोहन वैश्य ने किया। कार्यक्रम का सञ्चालन विधि छात्र शुभेन्द्र सत्यदेव ने किया।
कार्यक्रम में बतौर अतिथि अधिष्ठाता कला संकाय प्रो.एसके दीक्षित, प्रो. चित्तरंजन मिश्र, प्रो. शैलजा सिंह, प्रो.राजवंत राव, प्रो. मुकुंद शरण त्रिपाठी, प्रो. सुधीर श्रीवास्तव, प्रो. संदीप दीक्षित, प्रो. करुणाकर राम त्रिपाठी, प्रो.हर्ष कुमार सिन्हा, प्रो. डीएन दुबे, प्रो.एसके सिंह, प्रो. विमलेश मिश्र एवं विश्वविद्यालय परिवार के अन्य शिक्षक कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में विधि संकाय के प्रो.अहमद नसीम, प्रो. चंद्रशेखर, अमित दुबे, रामकृष्ण त्रिपाठी, जय प्रकाश आर्य, अभय मल्ल, डॉ. टीएन मिश्र सहित बड़ी संख्या में छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।