शेरनी दस्ते की पुलिस कर्मियों को हर परिस्थिति का समना करने की ट्रेनिंग दी गई है। एंटी रोमियो अभियान में किस बात का ध्यान देना है। किस प्रकार से एक्शन लेना है और व्यवहार कैसे करना है। कोरोना संक्रमण से खुद को बचाते हुए कैसे काम करना है। लाठी और वायरलेस का कब और किस तरह इस्तेमाल करना है। उन्हें यह भी बताया गया है कि किन-किन धाराओं के तहत कार्रवाई की जा सकती है। शेरनी दस्ते की शेरनियां विषम परिस्थितियों में स्कूटर खराब हो जाने पर उसे ठीक भी कर सकती हैं। इन सबके लिये उन्हें तीन दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा चुका है।
महिला अपराधों के प्रति सख्त सीएम योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप यूपी पुलिस महिलाओं की सुरक्षा की दिशा में कई कदम उठा रही है। अनलाॅक की प्रक्रिया तेज होने के साथ ही बाजारों में भीड़ भाड़ बढ़ गई है। स्कूल काॅलेज और कोचिंग भी खुलने ही वाले हैं। ऐसे में महिलाएं खुद को सुरक्षित रख सकें इसके लिये युपी पुलिस का शेरनी दस्ता गोरखपुर में सुबह 10 बजे से लेकर रात के 8.30 बजे तक सड़कों पर मुस्तैदी से तैनात रहेगा। जिले के 76 स्थानों को फिलहाल शेरनी दस्ते की तैनाती के लिये चयनित किया गया है। इस दस्ते की हर दो घंटे पर लोकेशन भी ली जाती रहेगी। कहीं-कहीं इन्हें जरूरत के हिसाब से सादी वर्दी में भी तैनात किया जाएगा। इनके अलावा एंटी रोमियो स्क्वायड और पुलिस भी महिलाओं के प्रति अपराध रोकने के लिये निर्देशानुसार पहले की तरह काम करती रहेगी।
एसएसपी जोगेन्द्र कुमार ने मीडिया को बताया है कि शेरनी दस्ते का ड्यूटी चार्ट तैयार कर लिया गया है। संवेदनशील माने जाने वाली जगहों पर इनकी ड्यूटी लगाई जाएगी। इनका ड्यूटी चार्ट भी तैयार कर लिया गया है। एसपी लाइन सुमन कुमार को इनका नोडल अधिकारी बनाया गया है।