जानकारी के मुताबिक,गोरखपुर में सोशल मीडिया पर अग्निपथ योजना के विरोध में अफवाह फैलाई गई थी। मैसेज वायरल कर बताया गया कि युवक ने इस स्कीम से आहत होकर सुसाइड कर लिया। इसके बाद प्रदर्शनकारी उग्र हो गए और तोड़फोड़ किया। इसी तरह 18 जून को भी एक मैसेज वायरल किया गया, जिसमें कहा गया कि आज माड़ापार में चक्काजाम और तोड़फोड़ किया जाएगा। पुलिस मैसेज करने वाले की पहचान में जुटी है।
एसएसपी डॉ विपिन ताडा ने बताया कि जो भी आरोपी और उपद्रवी गिरफ्तार होंगे या चिह्नित होंगे, उनके खिलाफ पुलिस गैंगस्टर और एनएसए की कार्रवाई भी करेगी। एसएसपी ने बताया कि कोई भी अराजक लोग अगर बिना अनुमति के हिंसात्मक प्रदर्शन करेगा और धारा 144 का उल्लंघन करेगा तो केस दर्ज कर सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस विपक्ष के भारत बंद के आह्वान पर भी सोमवार को पूरी तरह से मुस्तैद रहेगी।
अग्निपथ योजना के विरोध में पथराव और तोड़फोड़ करने वालों पर पुलिस सख्त हो गई है। गोरखपुर के पीपीगंज पुलिस ने इलाके के जंगल अगही के रहने वाले मिथुन चौरसिया, मनीष चौरसिया और जसवल बाजार के रहने वाले सोनू साहनी पुत्र पन्ने साहनी को गिरफ्तार कर लिया। तीनों पथराव और तोड़फोड़ में शामिल थे। वहीं चार अन्य की पहचान की गई है। पकड़े गए उपद्रवियों और फरार आरोपियों के भी राजनीतिक कनेक्शन तलाशे जा रहे हैं।