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रामलगन को देखने के लिए गांव के काफी लोग एकत्र हो गए। गांव के कुछ बुजुर्ग उसे देखने और बातचीत करने बाद पहचाने। उनके भाई रामविलास की बहू अनिता देवी ने खुशी मन से कहा कि घर आए तो हम लोग इनका देखभाल करेंगे। रामलगन की उम्र करीब 80 बर्ष से अधिक का हो गई है। उसने बताया कि वह आसाम के सिलीगुड़ी में अखबार बेचता था। उसके बीबी बच्चे नहीं है।