पुलिस ने गोरखपुर में हुए तोड़फोड़ के मामले में अज्ञात पर मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस छात्रों की जिंदगी मुकदमे से बर्बाद न हो इसलिए फूंक फूंक कर मामले की जांच कर रही है। पुलिस सीसीटीवी और वीडियो फुटेज के आधार पर उपद्रवियों और अफवाह फैलाने वालों को चिन्हित कर रही है। जिले के तमाम व्हाटसएप ग्रुप और फेसबुक, इंस्टाग्राम एकाउंट की निगरानी भी कर रही है। वहीं उपद्रवियों को चिन्हित करने में एलआईयू के साथ इंटेलिजेंस भी जुटी है।
पुलिस और एलआईयू की टीम जिले के सीएए सहित अलग अलग स्थानों पर हुए पुराने बवालों में शामिल आरोपियों की भूमिका की जांच कर रही है। पुलिस यह पता कर रही है कि इस बवाल में वे शामिल थे या नहीं। साथ ही पुलिस विपक्षी पार्टियों के कुछ नेताओं पर भी नजर रखे हुए है। पुलिस को शक है कि कुछ नेता पूर्व की तरह इस बार भी छात्रों को भड़काने का काम कर रहे हैं।