इन जमानतदारों की डिटेल में पड़ताल और छानबीन की जाएगी। अगर इनकी कोई क्राइम हिस्ट्री मिली, तो उसकी भी अलग लिस्ट बनेगी। इसके उलट जिनका कोई आपराधिक इतिहास नहीं होगा उन्हें बदमाशों के डोजियर में शामिल कर लिया जाएगा। इस संबंध में एसएसपी का निर्देश मिलते ही पुलिस ने लिस्ट बनाने का काम भी शुरू कर दिया है। जिले के ना सिर्फ टॉप 10 बल्कि टॉप 100 अपराधी और बदमाशों पर दर्ज मुकदमे की वर्तमान स्थिति क्या है और इसके साथ ही मुकदमों के गवाहों की एक लिस्ट तैयार करने की कवायद चल रही है। इसका मकसद गवाहों को सुरक्षा प्रदान करना और उन्हें यह भरोसा दिलाना है डरने की कोई जरूरत नहीं पुलिस आपके साथ है।
गवाहों को धमकाया तो खैर नहीं
पुलिस न सिर्फ बदमाशों की धरपकड़ और उन्हें सलाखों के पीछे करने की कवायद में जुटी है बल्कि उन पर चल रहे मुकदमों को भी जल्द से जल्द अंजाम तक पहुंचाना चाहती है। इसके लिए पुलिस उन गवाहों को सुरक्षा की गारंटी दे रही है जिन्होंने अपराधियों के खिलाफ खड़े होने की हिम्मत की है। लिस्ट बनाकर बदमाशों पर दर्ज मुकदमे के गवाहों से एक-एक कर पुलिस उनसे संपर्क करेगी और उन्हें सुरक्षा का भरोसा देगी। गवाहों को डराने धमकाने वालों पर तत्काल कार्रवाई के साथी उन्हें सुरक्षा भी मुहैया कराई जाएगी।
अपराध पर लगेगी लगाम
एसएसपी सुनील गुप्ता कहते हैं की आखिर वो कौन लोग हैं जिन्होंने बदमाशों और अपराधियों की जमानत ली है उनकी बाकायदा एक लिस्ट तैयार कराई जा जा रही है। इसके अलावा उनके मुकदमों में गवाहों की सूची भी तैयार कर उनसे यह पता लगाया जाएगा कि कहीं उन्हें धमकी तो नहीं दी जा रही। ऐसा होने पर गवाहों को सुरक्षा दी जाएगी। उन्होंने कहा अपराध पर लगाम लगाने के लिए पुलिस लगातार कार्रवाई जारी रखेगी।