इस अभियान की कमान संभाले हैं पूर्वांचल सेना के अध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप, जिलाध्यक्ष सुरेंद्र वाल्मिकी, भीम आर्मी जिलाध्यक्ष रविंद्र सिंह गौतम, असुर संगठन के मंजेश कुमार, राधेश्याम निषाद, विजय कनौजिया, नसीम कामरेड, विवेक वर्मा, सुरेंद्र कुमार, रुपेश कुमार भारती, अमरजीत कश्यप, सुनील कुमार भारती आदि।
धीरेंद्र प्रताप के मुताबिक यह अभियान सीएए, एनपीआर के समाप्त होने व भविष्य में एनआरसी लागू न होने के स्पष्ट व पुख्ता प्रमाण के बाद ही समाप्त किया जायेगा। अभियान के अगले चरण के तहत चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया को भी सीएए, एनआरसी व एनपीआर के खिलाफ पोस्टकार्ड भेजा जायेगा। अभियान को अन्य जिलों में भी शुरु करने की योजना है। पोस्टकार्ड पर लिखा जा रहा है कि ‘प्रधानमंत्री महोदय हमें संविधान विरोधी सीएए, मंजूर नहीं है और न ही एनआरसी व एनपीआर। लिहाजा इसे वापस लिया जाए। सीएए, एनआरसी व एनपीआर पर खर्च होने वाला पैसा और समय बेरोजगारी खत्म करने, अच्छी व मुफ्त शिक्षा, स्वास्थय सेवा, महिलाओं की सुरक्षा, किसानों की आत्महत्या रोकने, भ्रष्टाचार खत्म करने, सैनिकों को सुविधाएं उपलब्ध कराने में खर्च करें। देश की डूबती अर्थव्यवस्था, बिक रहे रेलवे, एयर इंडिया, एलआईसी आदि को कैसे बचाया जाये इस पर चर्चा करें और कराएं। ऐसा नहीं होने पर हमारा विरोध जारी रहेगा। हमें सरकारी विभागों का निजीकरण नहीं चाहिए। आपकी सरकार लगातार सरकारी खजानों का दुरुपयोग कर नमामि गंगे, सरदार पटेल मूर्ति, कुंभ मेला जैसे तमाम प्रोजेक्ट पर लाखों करोड़ों रुपया जो हमारे टैक्स का है बर्बाद करना बंद करे। हमें मुफ्त शिक्षा बेतहर इंफ्रास्ट्रक्चर, अच्छी स्वास्थय सेवाएं और युवाओं को रोजगार चाहिए। अभियान में युवाओं के साथ महिलाएं, बुजुर्ग भी शामिल होकर अभियान के युवाओं का हौसला बढ़ा रहे हैं।