सामाजिक कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई पर इन संगठनों के लोग हुए मुखर, नेपाल की राजशाही और अंग्रेजों से कर दी इनकी तुलना
गोरखपुरPublished: Sep 02, 2018 01:12:06 am
ज्ञापन देकर अपील की गई
सामाजिक कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई पर इन संगठनों के लोग हुए मुखर, नेपाल की राजशाही और अंग्रेजों से कर दी इनकी तुलना
देश केेे विभिन्न हिस्सों में कार्य करने वाले पांच सामाजिक कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई का विरोध हर ओर हो रहा। देवरिया में कई संगठनों ने भी कार्रवाई के खिलाफ मुखर हो अपना पक्ष रखा और ज्ञापन देकर ऐसी कार्रवाई नहीं करने की अपील की गई।
कई जनपक्षधर संगठनों के प्रतिनिधि, सामाजिक-राजनीतिक कार्यकर्ता टाउन हॉल परिसर में एकत्र होकर पुलिसिया कार्रवाई के खिलाफ आवाज बुलंद किया। वक्ताओं ने कहा कि कारपोरेट जगत की गुलामी करने वाली वर्तमान सरकार गरीबों आदिवासियों पिछड़े लोगों के पक्ष में लिखने और बोलने वाले लोगों को भी बर्दाश्त करने की स्थिति में नहीं रह गई है। कुछ दिनों पहले इन्होंने तमाम बुद्धिजीवियों की हत्या करवाई और अब छापेमारी-गिरफ्तारी करवा रहे हैं। इससे पूरे समाज में भय का वातावरण पैदा हो रहा। वक्ताओं ने कहा कि आज स्थिति यह है कि पहले कानून का पालन करने के लिए पुलिस किसी को बंद करती थी किंतु अब ऊपर के आदेश पर बंद करती है और बाद में कारण की तलाश की जाती है। कहा कि जनतंत्र हमेशा तानाशाही के खिलाफ लड़ा है और लड़ेगा। नेपाल की जागरूक जनता ने अपने आंदोलन से राजशाही को खदेड़ दिया। भारत की जनता ने अंग्रेजों को भगाया था वैसे ही इन्हें भी भगाया जाएगा।
बैठक के बाद विभिन्न सगठनों के लोगों ने देश के सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यकर्ताओं के दमन एवं गिरफ्तारी को समाप्त करने के संबंध में राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन अपर जिला अधिकारी को सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से यह अपील की गई है कि संवैधानिक मूल्यों एवं लोकतंत्र की रक्षा के लिए छापेमारी में गिरफ्तार एवं नजरबंद लोगों को तत्काल प्रभाव से मुक्त कराएं तथा उनके खिलाफ साजिश करने वालों पर कठोर कार्यवाही करने का कष्ट करें।
विरोध प्रदर्शन में पूर्व सांसद आस मोहम्मद अंसारी, कॉमरेड काशीनाथ कुशवाहा, पंचायतों के नेता जनार्दन शाही, फासीवाद विरोधी मोर्चा से कृपाशंकर, पंचायत प्रतिनिधि महासंघ के अध्यक्ष बृजेंद्र मणि त्रिपाठी, क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन से कृष्ण गोविंद सिंह, संत विनोबा महाविद्यालय के सोनी आजाद, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रदेश महासचिव संजय दीप कुशवाहा, कामरेड जयप्रकाश कुशवाहा, कामरेड बाबूराम शर्मा, भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी के जिला मंत्री आनंद प्रकाश चैरसिया, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी-लेनिनवादी के कॉमरेड राम किशोर वर्मा, किसान मजदूर संघर्ष मोर्चा से शिवाजी राय, पूर्वांचल छात्र संघर्ष समिति के मंडल अध्यक्ष अरविंद गिरि, रामप्रकाश सिंह, छात्र नेता दीपक सिंह आदि ने विचार व्यक्त किया। संचालन डाॅ.चतुरानन ओझा ने किया।