मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जिले में भी भारत बंद का सफल साबित हो रहा है। गोरखपुर शहर की हृदयस्थली गोलघर पूरी तरह से बंद दिखा। शहर के अन्य बाजारों धर्मशाला, रेती, घंटाघर, उर्दू, असुरन, मोहददीपुर आदि में भी बंद का खासा असर दिखा। दिनभर शहर में दुकानों के शटर नहीं उठे।
एक्ट के विरोध में विभिन्न संगठनों के लिए सड़कों पर थे। लोग एससी-एसटी एक्ट के विरोध में केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी किए। गोला, बांसगांव, चैरीचैरा, खजनी, उनवल सहित अन्य हिस्सों में भी गुरुवार को बंद का व्यापक असर दिखा। अधिवक्ता, शिक्षक, व्यापार संगठनों से जुड़े सवर्ण और ओबीसी बिरादरी के लोग अपने अपने तरीकों से विरोध प्रदर्शन कर केंद्र सरकार को कोस रहे थे।
बता दें कि एससी/एसटी कानून में केंद्र सरकार द्वारा किए गए संशोधन का पूरे देश में सवर्ण संगठन विरोध कर रहे हैं। राजनैतिक दलों के लोग भी इस विरोध में सामने आ रहे हैं। कानून में हुए संशोधन के विरोध में काफी दिनों से सोशल मीडिया पर बीजेपी सहित समर्थन में न आने वाले राजनैतिक दलों का विरोध किया जा रहा है। सवर्ण मतदाताओं में एक मुहिम चलाई जा रही कि बीजेपी को वोट देने की बजाय नोटा का बटन वे लोग दबाएं।
बीते दिनों सवर्ण संगठनों ने छह सितंबर को भारत बंद का आह्वान किया था। इस आह्वान का पूरे देश में असर दिख रहा है।