दादाजी से पूछ रहा नन्हा मासूम, मम्मी क्यों रो रही…
गोरखपुरPublished: Feb 15, 2019 12:42:59 pm
पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए महराजगंज के पंकज त्रिपाठी
तीन दिन पहले ही पंकज अपने घर से ड्यूटी पर लौटे थे। तीन साल के बेटे और पत्नी के साथ समय बीताने के बाद फिर लंबी छुट्टी पर आने के वादे के साथ गए थे। जम्मू पहुंचने के बाद बुधवार को फोन कर बताया था कि आज ड्यूटी ज्वाइन करने जा रहे। गुरुवार की शाम को फोन की घंटी बजते ही घरवाले यह समझे कि बेटे के ड्यूटी ज्वाइन करने की खबर मिलेगी। लेकिन नियति को तो कुछ और ही मंजूर था। यह काॅल उनके जीवन की खुशियों पर वज्रपात करने के लिए आई। काॅल रिसीव होते ही घर में कोहराम मच गया। पत्नी रो रोकर बेसुध हो गई। पूरा घर गम से सराबोर हो गया। तीन साल के नन्हें मासूम को कुछ भी समझ नहीं आ रहा था कि आखिर ऐसा क्या हो गया जो अचानक से सब रोने लगे।
पुलवामा आतंकी हमले में महराजगंज ने भी अपने एक वीर सपूत को खोया है। फरेंदा के हरपुर मिश्र गांव के ओम प्रकाश त्रिपाठी के 35 साल के बेटे पंकज सीआरपीएफ में थे। गुरुवार को पुलवामा आतंकी हमले के बाद उनका भी पता नहीं चल रहा है।
शहीद के पिता ओम प्रकाश त्रिपाठी को जम्मू सीआरपीएफ मुख्यालय ने जानकारी दी है कि पंकज भी आतंकी हमले में शहीद हो गए हैं। हालांकि, पंकज का शव मिला नहीं है। केवल उनकी आईडी मिल सकी है। मोबाइल स्वीच आॅफ है।
परिजन को जानकारी होने के बाद घर में कोहराम मचा हुआ है।
पंकज त्रिपाठी की शादी को कुछ ही साल हुए थे। उनका एक तीन साल का बेटा भी है। सूचना मिलने के बाद पत्नी रोहिणी का रो रोकर बुरा हाल है।