बेलीपार क्षेत्र की रहने वाली एक सोलह साल की किशोरी के पिता की मौत कुछ महीना पहले हो गई थी। वह कुछ दिन पहले ही वह अपने मौसी के घर रहने को आई थी। मौसी ने किशोरी को वहीं के एक वृद्धाश्रम में रसोईया की नौकरी लगा दी थी। किशोरी वहीं रहती और बुजुर्गों के लिये खाना बनाती थी।
आरोप है कि 13 अगस्त को वह रसोई में खाना बना रही थी। खाना बनाते वक्त आश्रयगृह का मैनेजर वहां पहुंच गया। नौसड़ का रहने वाला मैनेजर अनुराग पांडेय उसके साथ छेड़छाड़ करने लगा। मना करने पर मारपीट को उतारू हो गया। किशोरी के अनुसार मैनेजर ने उसके साथ बलात्कार किया। इसके बाद धमकी देते हुए मुंह खोलने से मना किया। उसने बाहर या आश्रय स्थल में किसी से कुछ कहने पर जान से मारने की धमकी दी।
दस दिनों बाद वृहस्पतिवार को किशोरी के रिश्ते का भाई मिलने पहुंचा तो आपबीती सुनाई। किसी तरह से वहां से बाहर निकल डायल 100 पर सूचना दी। इसके बाद थाने पहुंच तहरीर देकर केस दर्ज कराया।
आरोप है कि 13 अगस्त को वह रसोई में खाना बना रही थी। खाना बनाते वक्त आश्रयगृह का मैनेजर वहां पहुंच गया। नौसड़ का रहने वाला मैनेजर अनुराग पांडेय उसके साथ छेड़छाड़ करने लगा। मना करने पर मारपीट को उतारू हो गया। किशोरी के अनुसार मैनेजर ने उसके साथ बलात्कार किया। इसके बाद धमकी देते हुए मुंह खोलने से मना किया। उसने बाहर या आश्रय स्थल में किसी से कुछ कहने पर जान से मारने की धमकी दी।
दस दिनों बाद वृहस्पतिवार को किशोरी के रिश्ते का भाई मिलने पहुंचा तो आपबीती सुनाई। किसी तरह से वहां से बाहर निकल डायल 100 पर सूचना दी। इसके बाद थाने पहुंच तहरीर देकर केस दर्ज कराया।
बता दें कि देवरिया में अभी एक पखवारा पहले आश्रय गृह में बच्चियों के शोषण आैर देहव्यापार की खबरें सामने आने से हडकंप मच गया था। मामला शासन से लगायत हार्इकोर्ट तक पहुंचा था। न्यायालय की फटकार के बाद बड़े स्तर पर कार्रवार्इयों का दौर शुरू हुआ। डीएम-एसपी से लगायत कर्इ वरिष्ठ अधिकारियों पर गाज गिरी। करीब सवा सौ से अधिक पुलिसवालों पर कार्रवार्इ की तलवार लटक रही है। आश्रय गृह संचालिका सहित आधा दर्जन से अधिक लोग गिरफतार भी हैं। एसआर्इटी जांच जारी है।