प्रबंध निदेशक ने बताया कि प्लांट में बना प्रिलिंग टॉवर विश्व भर के खाद कारखानों की तुलना में सबसे ज्यादा ऊंचा है। इसकी ऊंचाई 149.5 मीटर और व्यास 28 से 29 मीटर है। पाइप लाइन से आने वाली प्राकृतिक गैस और नाइट्रोजन के रिएक्शन से अमोनिया का लिक्विड तैयार किया जाएगा। अमोनिया के इस लिक्विड को प्रिलिंग टॉवर की 117 मीटर ऊंचाई से गिराया जाएगा।
इसके लिए ऑटोमेटिक सिस्टम तैयार किया गया है। अमोनिया लिक्विड और हवा में मौजूद नाइट्रोजन के रिएक्शन से यूरिया छोटे-छोटे दानों के रूम में प्रिलिंग टॉवर के बेसमेंट से बाहर आएगा। इसके बाद यूरिया के दानों पर नीम का लेप चढ़ाने के बाद उसे पैक किया जाएगा।