गोरखपुर नगर निगम के गैर भाजपाई पार्षद पिछले कई दिनों से विकास में अनदेखी का आरोप लगाकर आंदोलित हैं। वह लगातार विकास के कार्याे में गैर भाजपाई पार्षदों के क्षेत्र में काम नहीं कराने का आरोप लगा रहे हैं। इनका आरोप है कि नगर निगम केवल भाजपाई पार्षदों वाले क्षेत्रों में ही काम करा रहा है। यह साजिश के तहत किया जा रहा है ताकि सपा-बसपा-कांग्रेस या अन्य विपक्षी दलों के पार्षदों के प्रति लोगों का गुस्सा बढ़े। इन लोगों का आरोप था कि गैर भाजपाई पार्षदों को जनहित के मुद्दों के लिए बारम्बार निगम से कहना पड़ रहा लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
आंदोलित पार्षदों में कांग्रेस के पार्षद संजीव सिंह सोनू ने शुक्रवार को ही विकास कार्याें में अनदेखी का आरोप लगाते हुए आत्मदाह की चेतावनी दी थी।
शनिवार को निगम परिसर आंदोलित पार्षदों की वजह से गरमाया था। सुबह से भी गैर भाजपाई पार्षद जमे हुए थे। अपनी मांगों को मनवाने के लिए पार्षदों ने मेयर व नगर आयुक्त की गाड़ियों के सामने लेटकर उनका रास्ता रोकर प्रदर्शन किया।
हालांकि, बाद में नगर आयुक्त ने पार्षदों से सपा महानगर अध्यक्ष जियाउल इस्लाम की अगुवाई में बातचीत भी की। पार्षदों ने अपनी मांगों से नगर आयुक्त को अवगत कराया। आयुक्त ने आश्वासन भी दिया लेकिन पार्षदों को आश्वासनों पर यकीन अभी भी होता नहीं दिख रहा है।
बता दें कि पार्षदों का एक दल अनशन पर भी बैठा है जिसका नेतृत्व सपा पार्षद विश्वजीत त्रिपाठी, कांग्रेस पार्षद संजीव सिंह सोनू और निर्दल पार्षद संजय यादव आदि कर रहे हैं।