बता दें कि बीच-बचाव के दौरान वरिष्ट जिला उपाध्यक्ष राजेश पाण्डेय भी चपेट में आ गए। उनकी किसी ने नहीं सुनी तो वह वहां से निकल कर जिला कार्यालय पहुंचे, जहां उन्हें दिल का दौरा पड़ गया। कुछ ही देर में उनकी मौत हो गई। जूनियर हाईस्कूल खलीलाबाद परिसर में आयोजित डिबेट में सपा, बसपा, कांग्रेस और भाजपा के नेता मौजूद रहे। डिबेट चल ही रही थी कि इसी बीच सपाइयों के दो गुट आपस में भिड़ गए। सपा जिलाध्यक्ष गौहर अली ने कहा कि राजेश पांडेय का निधन बहुत ही दुखद है वे पहले से ही हार्ट के मरीज थे, पेसमेकर लगा था। विवाद श्री पांडेय के निधन का कारण नहीं है।