यूएनओ और प्रधानमंत्री तक इस मामले की शिकायत कासिफ ज मील पर हुए जानलेवा हमले और हमलावरों के पुलिस की गिरफ्त में नहीं आने की शिकायत प्रधानमंत्री नरेंद्र्र मोदी के अलावा पीड़ित परिवार ने यूएनओ में भी की है। पीड़ित पक्ष का आरोप है कि सत्ता पक्ष के जुड़े लोगों के होने की वजह से जांच का दिखावा किया जा रहा है। पूरे प्रकरण में पुलिस की भी भूमिका संदिग्ध है।
घर लौटते वक्त मारी गई थी गोली डाॅ.कासिफ जमील को करीब तीन हफ्ते पहले गोरखनाथ क्षेत्र में जेपी हास्पीटल के पास अज्ञात हमलावरों ने तीन गोलियां मारी थी। वह किसी मित्र से मिलकर देर रात में घर वापस लौट रहे थे। पुलिस इस प्रकरण में किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है। जबकि पीड़ित पक्ष इसे जमीन से जुड़ा विवाद बता रहा है। इन लोगों का कहना है कि कासिफ अपने मामा की एक जमीन की कानूनी पैरवी कर रहे हैं। इस बेशकीमती जमीन पर भाजपा के सांसद व उनके लोगों की नजर है। वे लोग इस जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं।