सहजनवां थाना क्षेत्र के पाली के निवासी आरोपी सूरज व आदित्य दोनों सगे भाई हैं। सूरज बड़ा है और आदित्य छोटा है। सूरज सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहा है। वह एक पैर से दिव्यांग है। जबकि छोटा भाई आदित्य संतकबीरनगर के बरदहिया बाजार से कपड़े खरीद कर संतकबीरनगर, बस्ती, गोरखपुर में दुकानों पर सप्लाई करता था। घर की आर्थिक स्थिति ठीक न होने पर कुछ दिन पहले दोनों ने कर्ज लिया था। जिसकी किस्त जमा नहीं कर पा रहे थे। आर्थिक तंगी से निकलने के लिए उन्होंने रुधौली के कपड़ा व्यापारी अशोक कसौधन के 13 साल के बेटे अखंड का अपहरण कर फिरौती मांगने की योजना बनाई।
अशोक की दुकान पर एक साल से आता-जाता था अपहरणकर्ता-
अशोक की दुकान पर आदित्य करीब एक साल से कपड़े की सप्लाई करता था। दुकान पर आते-जाते वह अखंड से भी परिचत हो गया था। घटना के दिन टाफी खिलाने के बहाने दोनों भाई अखंड को बाइक पर बैठाकर साथ ले गए। कुछ दूर आगे खड़ी अपनी मारुति वैन में हाथ, मुंह बांधकर अपने साथ लेकर सहजनवां चले आए। तलाश में जुटी बस्ती व एसटीएफ पुलिस को पता चला कि अपहरणकर्ता अखंड काे हरी बाइक से ले गए थे। जिसके बाद पुलिस के साथ ही एसटीएफ की टीम हरी बाइक की तलाश में जुटी थी।
शनिवार की शाम को अपनी बाइक से दोनों भाई रुधौली जा रहे थे। जहां पहुंचने के बाद किसी से फोन मांगकर फिराैती के लिए अशोक को फोन करते। लेकिन संदेह के आधार पर बस्ती पुलिस ने पकड़ लिया ।पूछताछ में कुछ पता नहीं चला। जानकारी होने पर पहुंची गोरखपुर एसटीएफ ने छानबीन शुरू की तो पूरे घटनाक्रम से पर्दा उठ गया।