जानकारी के मुताबिक मोनू पुत्र झकरी निषाद व धर्मराज निषाद पुत्र भीम निषाद का लड़का हिमाचल प्रदेश में रह कर पेंट पॉलिश का काम करते थे। दोनों एक ही कमरे में रहते थे, किसी बात को लेकर दोनों में विवाद हो गया, जिसकी सूचना धर्मराज ने अपने भाई आकाश व पिता भीम को दी।
सूचना पाते ही अकाश व उसके पिता भीम व पत्नी गुजराती फावड़ा व धारदार हथियार लेकर मोनू के घर पर हमला बोल दिया, जहां उसके भाई सोनू व उसके पिता झकरी को मारने पीटने लगे। शोर सुनकर ज्ञान निषाद (45) छुड़ाने गए तभी हमलावरों ने ज्ञान के ऊपर फावड़े से कई बार हमला कर दिया, जिससे उनका दाहिना पैर कट गया। सिर पर गंभीर चोटें आईं।
हमलावरों ने ज्ञान की पत्नी और उसके लड़के को भी धारदार हथियार से मारकर घायल कर दिया। पुलिस की सहायता से सदर अस्पताल भेजा गया, हालत गंभीर होने पर मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। खून का रिसाव अधिक हो जाने के कारण ज्ञान निषाद की मृत्यु हो गई।हरनहीं चौकी इंचार्ज अखिलेश तिवारी ने हमला करने वाले भीम निषाद व उनकी पत्नी गुजराती को गिरफ्तार करलिया गया। लड़का आकाश अभी भी फरार है।