यह भी रोचक लगेगा
लोग परिवार संग आते, युवक-युवतियां पिकनिक मनाने जुटते लकड़ी तस्करी के लिए जाना जाने वाला कुसुम्ही क्षेत्र पर्यटन की नजर से भी एक पसंदीदा जगह है। यहां हर रोज हजारों लोग आते जाते हैं। युवक-युवतियां जंगलों में पिकनिक मनाते हैं। यहां स्थित देवी मंदिर में भी हजारों श्रद्धालु आते हैं। विनोद वन में पिकनिक मनाने लोग बच्चों के साथ आते हैं। यहां हिरण, बंदर, अजगर, खरगोश सहित तमाम जंगली जानवर लोगों को आकर्षित करते हैं।टिकटाॅक पर महिला का अश्लील वीडियो बनातेेे थे, फिर उसको भेजकर
साल में कम से कम आधा दर्जन लाशें होती है बरामद शहर से सटे कुसुम्ही जंगल में हर साल करीब आधा दर्जन लाशें मिलती है। इन लाशों में सबसे अधिक शव महिला या युवतियों के होती है। जानकार बताते हैं कि जंगल के बीचोबीच से रास्ता गुजरता है जो हाईवे से सीधे जुड़ा हुआ है। देर शाम के बाद से यहां आवागमन बेहद कम हो जाता है। इसी का फायदा अपराधी उठाते हैं। हत्या कर लाश फेंकने या हत्या करने के लिए सबसे मुफीद जगह मानते हैं। पुलिसिया आंकड़ों पर ही अगर गौर करें तो महीना में एक शव तो मिल ही जाता है। ज्ञात आंकड़ों के अनुसार 2015 में चार शव यहां से बरामद हुए। जबकि 2016 में तीन शव। इसी तरह 2017 में पांच लाशें पुलिस ने बरामद की तो बीते साल 2018 में आधा दर्जन शव बरामद हुए। इस साल पांच महीनों में चार लाशें मिल चुकी थीं।
यूपी में मृतक भी करा रहे बालू का अवैध खनन जिनको तलाशते पहुंच गई सीबीआई
रात में तस्कर हो जाते हैं सक्रिय, पुलिस गश्त बेहद कम करती कुसुम्ही जंगल कीमती पेड़ों से भरा पड़ा है। यहां रात में वन तस्कर काफी सक्रिय रहते हैं। आए दिन यहां पेड़ काटने का मामला सामने आता है। वन विभाग के अलावा यहां पुलिस का भी एक पिकेट है। लेकिन हकीकत यह कि रात में पुलिस गश्ती भी कम ही होती।