औषधीय गुणों से भरपूर इस कद्दू की प्रजाति में विटामिन ए, सी के अलावा भारी मात्रा में पोटैशियम और फॉस्फोरस विद्यमान है। हाईडीजीज रिस्क, ब्लड प्रेशर, मोटापा कम करने की क्षमता के अलावा बुढ़ापे में होने वाली विस्मृति दोष (बुढ़ापे में बड़बड़ाने की बीमारी) जैसी बीमारी में काफी फायदेमंद है।
भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान के प्रधान वैज्ञानिक सुधाकर पांडेय ने बताया कि कद्दू वर्गीय की काशी शुभांगी केवल सब्जी की फसल ही नहीं है बल्कि औषधीय गुणों से लबालब है। छोटे पौधे वाला यह कद्दू बड़े-बड़े गुणों से भरपूर है। किसानों को आर्थिक मजबूती देने वाला भी है। 50 से 55 दिन में प्रथम तुड़ाई और लगातार 70 दिन तक फल देने वाली इस फसल में अनेक विटामिन एवं खनिज तत्व हैं।
पांडेय के मुताबिक यह फसल किसानों के साथ आम लोगों के लिए वरदान है। किसानों के लिए आर्थिक स्रोत विकसित करने वाला है। घर-बाग में लगाकर औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। आइआइवीआर में विकसित इस प्रजाति को खेत और गमले दोनों में लगाया जा सकता है.
इन तत्वों से है भरपूर विटामिन ए (211 मिग्रा) (प्रति 100 ग्राम फल)