कुछ दिनों बाद ससुराल पक्ष ने कौसर के घरवालों से संपर्क कर समझौता के लिए पंचायत बुलाई। पंचायत के दौरान बीते 16 अक्तूबर को कौशर के पति ने उसे तीन तलाक कहकर पूरा रिश्ता ही खत्म कर दिया।
कौसर के अनुसार वह इस मामले को लेकर हरपुर बुदहट थाने में पहुंची तो उसकी रपट दर्ज करने की बजाय उसे संतकबीरनगर के धनघटा थाने पर भेज दिया गया। धनघटा थाने पर पहुंचने पर वहां से उसे दुबारा हरपुर बुदहट भेज दिया गया। अब कौसर अपनी तहरीर लेकर न्याय की आस में इस थाने से उस थाने दौड़ लगा रही। जब दोनों जिलों की पुलिस से उसे न्याय नहीं मिली तो वह अब न्यायालय की शरण में है।
By Dheerendra Vikramaditya Gopal