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UP Board यूपी बोर्ड के छात्र किसी भी प्रतियोगी परीक्षा में दूसरे बोर्ड से नहीं पिछड़ेंगे, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताई वजह

locationगोरखपुरPublished: Jun 29, 2018 01:53:32 am

महाराणा प्रताप इंटर काॅलेज के लोकार्पण समारोह में पहुंचे थे मुख्यमंत्री

Yogi Adityanath

UP Board यूपी बोर्ड के छात्र किसी भी प्रतियोगी परीक्षा में दूसरे बोर्ड से नहीं पिछड़ेंगे, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताई वजह

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर के रामदत्तपुर में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद द्वारा स्थापित महाराणा प्रताप कन्या इंटर काॅलेज का लोकार्पण गुरुवार को किया।
समारोह को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि शिक्षण संस्था द्वारा शैक्षिक जागरण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाया जा रहा है। 1932 से लगातार संस्था द्वारा शिक्षा एवं चिकित्सा के क्षेत्र में कार्य किया जा रहा है। विश्वविद्यालय के स्थापना में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद का विशेष योगदान दिया गया है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में शिक्षा के स्तर में सुधार लाने के लिए व्यापक कार्य किये गये है। सभी परीक्षाओं को नकल विहीन कराया गया है। प्रदेश के विकास के लिए शिक्षण संस्थाओं को गुणवत्तायुक्त शिक्षा देने के लिए कार्य करना चाहिए। मुख्यमंत्री कहा कि माध्यमिक शिक्षा में भी काफी परिवर्तन किये जा रहे है, प्रतियोगी परीक्षाओं के दृष्टिगत कक्षा 9 एवं 11 में एनसीआरटी के पाठ्यक्रम को लागू किया गया है जिससे यूपी बोर्ड के बच्चे भी अन्य बोर्डों के समान शिक्षा प्राप्त करेगंे।
उन्होंने कहा कि शिक्षा समाज एवं राष्ट्र की आधारशिला है जितनी अच्छी शिक्षा होगी उतना ही देश एंव प्रदेश का विकास होगा। शिक्षा समाज के लिए महत्वपूर्ण है, यदि कोई व्यक्ति निरक्षर रहता है तो यह एक अच्छी बात नही है। निरक्षरता को दूर करने के लिए सभी को मिलकर कार्य करना होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी संस्थाओं को गुणवत्तायुक्त शिक्षा देने के लिए आगे आना होगा। उन्होंने सभी शिक्षण संस्थाओं से अपील किया है कि जनपद में शिक्षा के लिए अच्छे संस्थान खोले तथा छात्र, छात्राओं के स्किल डवलपमेन्ट के लिए भी कार्य करें। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा राज्य है, हमारे प्रदेश के युवा उर्जावान है, उस उर्जा का लाभ देश को मिले इसके लिए सभी को जिम्मेदारी लेना होगा। उन्होंने कहा कि यंुवाओं को स्किल डवलपमेन्ट के लिए प्रधानमंत्री स्किल डवलपमेन्ट योजना है जिसके अन्तर्गत विगत एक वर्ष में हर तहसील स्तर पर कौशल विकास केन्द्र स्थापित किया गया है जिसमें 6 लाख से अधिक लोगों ने नामांकन कराया और 4 लाख से अधिक लोग कौशल विकास की परीक्षा पास की है एवं लगभग ढाई लाख लोगों को रोजगार मिला।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षण संस्थानों में जो लैब है उन्हें और मजबूत करके मृदा परीक्षण का भी कार्य किया जा सकता है जिससे प्रदेश सरकार के कार्य को आगे बढ़ाने में सहयोग मिलेगा तथा शासन को मदद मिलेगी। उन्होंने महाविद्यालयों में आपदा एवं बाढ़ के समय बचाव के लिए कार्य करना चाहिए तथा विद्यालयों में पैरामेडिकल व उससे बचाव के पाठ्यक्रम को भी शामिल किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में सामाजिक, आर्थिक एवं भौगोलिक आवश्यकताओं के दृष्टिगत पाठ्यक्रम बनाकर युवाआंे की उर्जा का अच्छा प्रयोग किया जा सकता है।
उन्होंने विद्यालय बनाने के कार्य में लगे इंजीनियर सत्येन्द्र चैधरी व करूणेश श्रीवास्तव सम्मानित भी किया।
इस दौरान केन्द्रीय वित्त राज्य मंत्री शिव प्रताप शुक्ला, महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के उपाध्यक्ष यूपी सिंह, नगर विधायक डाॅ.राधामोहनदास अग्रवाल, विधायक गोरखपुर ग्रामीण विपिन सिंह, प्राचार्या वन्दना त्रिपाठी, महापौर सीताराम जायसवाल, विधायक शीतल पाण्डेय, भाजपा जिलाध्यक्ष जनार्दन तिवारी आदि मौजूद रहे।

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