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दूसरे मामले में पेश होने गए यूपी के इस विधायक को क्यों हुर्इ जेल, जानिए उस घटना के बारे में

locationगोरखपुरPublished: Sep 26, 2019 01:35:48 pm

एमपी-एमएलए कोर्ट से न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया जेल
एक दशक पुराने एक मामले में पेश हुए थे कोर्ट में, दूसरे मामले में हो गया जेल

भासपा के विधायक को जेल, लूट-डकैती-आगजनी सहित कई मामलों के थे आरोपी

भासपा के विधायक को जेल, लूट-डकैती-आगजनी सहित कई मामलों के थे आरोपी

कुशीनगर के रामकोला सुरक्षित सीट से भारतीय समाज पार्टी के विधायक रामानंद बौद्ध को जेल भेज दिया गया है। जिस मामले में वह न्यायालय में पेश होने गए थे उसमें उनको जमानत मिल गर्इ। लेकिन अगस्त में हुए आगजनी व बवाल के एक दूसरे मामले में विधायक को जेल भेज दिया गया। अब इस मामले में अगली सुनवार्इ पांच अक्तूबर होगी। अपर सत्र न्यायाधीश चतुर्थ व विशेष न्यायाधीश एमपी-एमएलए विवेकानंद शरण त्रिपाठी की अदालत ने बुधवार को विधायक को जेल भेजने का आदेश दिया।
कैदी की मौत के अफवाह के बाद हुआ था बवाल
कैदी की मौत की अफवाह के बाद हुए बवाल के मामले में भारतीय समाज पार्टी के रामकोला विधायक रामानंद बौद्ध समेत 78 नामजद और 50 से अधिक अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। विधायक बौद्ध, पुत्र अविनाश बौद्ध सहित 78 लोगों पर गांजा तस्कर की मदद करने, अफवाह फैलाकर आगजनी कराने, लूटपाट करने सहित कई गंभीर आरोप लगाया गया था। अहिरौली बाजार क्षेत्र के जगदीशपुर बरडीहा के संतोष पांडेय की तहरीर पर यह केस दर्ज हुआ है। तहरीर में वादी द्वारा बताया गया कि गांजा तस्करों के खिलाफ केस दर्ज कराने के कारण उनके घर पर धावा बोलकर तोड़फोड़ किया गया, लूटपाट करने के बाद घर को आग के हवाले कर दिया गया। मामला 17 अगस्त 2019 का है।
इन दो घटनाओं को जानिए जो बवाल की जड़ में

पहला मामला करीब तीन चार महीना पहले का है। बताया जा रहा है कि अहिरौली बाजार क्षेत्र के जगदीशपुर चैराहा पर पीडब्ल्यूडी की जमीन पर कुछ लोगों ने गुमटियां डालकर अपना दुकान खोल रखा था। जमीन को कब्जा मुक्त करने के लिए संतोष पांडेय नामक व्यक्ति ने पीडब्ल्यूडी से शिकायत की थी। शिकायती पत्र पर पीडब्ल्यूडी ने अतिक्रमण हटवा दिया था। 15 जून को हुई इस कार्रवाई के खिलाफ लोग आक्रोशित हो गए थे। इन लोगों ने सड़क जाम कर दिया था। पुलिस ने इस मामले में नवरंग सिंह समेत काफी लोगों पर केस दर्ज किया था।
यह मामला चल ही रहा था कि बीते 14 अगस्त को पुलिस ने गांजा तस्करी के मामले में नवरंग सिंह को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद नवरंग सिंह को देवरिया जेल भेज दिया गया।
नवरंग सिंह पर हुई इस कार्रवाई से लोग पुलिस पर आक्रोशित थे। लोगों ने इस बाबत बैठक की थी। पुलिसिया उत्पीड़न बताकर हुई इस बैठक में रामकोला विधायक रामानंद बौद्ध भी शामिल हुए थे। पुलिस को मिली तहरीर के मुताबिक संतोष पांडेय ने बताया है कि 17 अगस्त को पचास से अधिक संख्या में लोग रामकोला विधायक रामानंद बौद्ध, उनके पुत्र अविनाश बौद्ध समेत सैकड़ों लोग कप्तानगंज-पिपराइच रोड के पास एकत्र हुए और जेल में बंद नवरंग सिंह की मौत की झूठी खबर प्रसारित कर सड़क जाम कर दिया। तहरीर के मुताबिक ये लोग लाठी-डंडा, फरसा व हथियारों से लैस थे। संतोष पांडेय की तहरीर के मुताबिक ये सभी लोग सड़क जाम के बाद उसके दोनों घरों पर धावा बोल दिए। तोड़फोड़ व लूटपाट की गई। इसके बाद उसके घर को आग के हवाले कर दिया गया। भीड़ के डर से घर में रह रहे परिजन व किराएदार पहले भी भाग निकले थे।
पुलिस ने वादी संतोष पांडेय की तहरीर पर विधायक रामानंद बौद्ध, उनके पुत्र अविनाश बौद्ध समेत 78 नामजद व 50 से अधिक अज्ञात के खिलाफ आईपीसी की धारा 147, 148, 149, 186, 342, 395 436, 427, 504, 506 सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज कर लिया था।

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