इस दौरान डीजीपी ने प्रेस वार्ता कर बताया कि प्रदेश को अपराध मुक्त बनाना उनके लिए सबसे पहला कर्तव्य है। उन्होंने बताया कि कुम्भ मेले में लोगों की सुरक्षा का विशेष तौर पर ध्यान दिया जा रहा है। लोगों की सुरक्षा के लिए कुम्भ में चारों तरफ सुरक्षा घेरा किया है। कुम्भ में आतंकवादी गतिविधियों को रोकने के लिए एटीएस तैनात की है और केंद्र सरकार से एनएसजी की मांग भी की है।
उन्होंने बताया कि यहां सैटेलाइट पार्किंग की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है, जहां मेडिकल की भी विशेष सुविधा उपलब्ध है। डीजीपी ने बताया कि अग्रेसिव पुलिसिंग के कारण 12 हजार से भी ज्यादा अपराधियों ने आत्म समर्पण किया है। साथ ही ढेरों कुख्यात अपराधी भी ढेर किए गए।
पुलिसिंग को और भी बेहतर बनाए जाने के लिए हमने सोशल मीडिया और तकनीकी का भरपूर इस्तेमाल किया है. साथ ही यूपी कॉप नाम का ऐप लॉन्च किया है, जिसके जरिए कोई भी कहीं भी रहकर अपनी एफआईआर दर्ज करवाया सकता है। जिसके बाद तुरंत करवाई होगी. डीजीपी ने बताया कि इस साल के अंत तक यूपी पुलिस में लगभग एक लाख पुलिस वाले भर्ती होंगे. इन नए पुलिसकर्मियों की बेहतर ट्रेनिंग के लिए सुल्तानपुर और जालौन में दो नए ट्रेनिंग केंद्र खोले जा रहे हैं।