दो पालियों में परीक्षा का आयोजन किया गया है। पहली पाली सुबह दस बजे से 12.30 बीके तक है। जबकि दूसरी पाली दोपहर ढाई बजे से शाम पांच बजे तक है। इस परीक्षा में करीब 25765 परीक्षार्थी बैठेंगे। इसमें प्राइमरी स्तर के 5364 जबकि जूनियर स्तर के 20401 परीक्षार्थी शामिल हैं। नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए प्रशासनिक अमला पहले से ही चाक-चौबंद व्यवस्था के लिए लगा हुआ है। परीक्षा की सुचिता बरकरार रहे इसके लिए 5 सचल दल, 7 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 27 पर्यवेक्षक व केन्द्र व्यवस्थापक बनाये गए हैं। परीक्षा शुरू होने के एक घंटा पहले से ही सभी जिम्मेदार ड्यूटी संभाल लेंगे।
ये बातें याद रखें -परीक्षा शुरू होने से दस मिनट की देरी तक परीक्षार्थी को प्रवेश मिल सकेगा लेकिन इसके बाद प्रवेश नहीं मिल सकेगा। – परीक्षा शुरू होने से 45 मिनट पहले परीक्षा कक्ष/हाल खोले जाएंगे
– अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र, प्रमाण-पत्र, कार्ड बोर्ड या क्लिपबोर्ड और काले बॉलपेन के अलावा परीक्षा कक्ष में कोई चीज ले जाने की अनुमति नहीं है – केंद्र अधीक्षक या संबंधित निरीक्षक की अनुमति के बिना कोई भी अभ्यर्थी परीक्षा समाप्त होने तक अपनी सीट नहीं छोड़ेगा
– दस मिनट पहले अभ्यर्थी को सीलबंद उत्तरपुस्तिका मिलेगी
– दस मिनट पहले अभ्यर्थी को सीलबंद उत्तरपुस्तिका मिलेगी
– अभ्यर्थियों को काले बॉलपेन से अपना डिटेल भरना होगा – अभ्यर्थी को रफ कार्य के लिए पन्ना मिलेगा जो उत्तर पुस्तिका के साथ ही मिल जाएगा। नकल या अनुशासनहीनता की शिकायत मिलने पर रद्द होगा एग्जाम
– सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी डॉ. सुत्ता सिंह ने बताया, यदि किसी परीक्षा केंद्र पर नकल या अनुशासनहीनता की शिकायत पाई जाती है तो उस परीक्षा केंद्र का परिणाम रद्द कर दिया जाएगा।
– साथ ही उस केंद्र पर सम्मिलित होने वाले अभ्यर्थी भविष्य में आयोजित होने वाले किसी भी टीईटी में सम्मिलित नहीं हो सकेंगे। नकलविहीन और शुचितापूर्वक परीक्षा कराने के लिए शासन प्रतिबद्ध है। किसी प्रकार की अनुशासनहीनता पर कड़ी कार्रवाई होगी।
– साथ ही उस केंद्र पर सम्मिलित होने वाले अभ्यर्थी भविष्य में आयोजित होने वाले किसी भी टीईटी में सम्मिलित नहीं हो सकेंगे। नकलविहीन और शुचितापूर्वक परीक्षा कराने के लिए शासन प्रतिबद्ध है। किसी प्रकार की अनुशासनहीनता पर कड़ी कार्रवाई होगी।
इनपुट- धीरेंद्र गोपाल