उज़बेकिस्तानी महिला जिसने अपना नाम नार्गीजखोन आप्टामुरोडोना पुत्री इरकीन निवासी फरगाना बताया है। वह नेपाल से सोनौली बार्डर के रास्ते भारत में प्रवेश करने की कोशिश कर रही थी। उसकी बोलचाल और रहन सहन देखकर इमिग्रेशन के अधिकारियों को शक हुआ। पूछताछ में वह खुद को भारतीय बता रही थी। कड़ाई से पूछताछ के दौरान जब इमिग्रेशन अधिकारियों ने उसका पासपोर्ट देखा तो उसकी असलियत सामने आ गयी। उसके पासपोर्ट की वैधता 4 अगस्त 2019 तक ही थी। पूछताछ में यह बात सामने आई कि उसे जुए का शौक है और लॉक डाउन से पहले वह 20 मार्च को जुआ खेलने सोनौली के रास्ते नेपाल गयी थी, लेकिन लौटते हुए पकड़ी गई। इमिग्रेशन अधिकारियों की तहरीर पर पुलिस ने महिला के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर जेल भेज दिया।
पूछताछ में महिला ने दावा किया कि 2009 में दिल्ली के ग्रेटर कैलाश निवासी सरबजीत के साथ उसकी शादी हुई, जिससे उसका पांच साल का एक बेटा भी है। सरबजीत के पहले उज़बेकिस्तान के नागरिक से भी उसकी शादी हो चुकी है, जिससे उसे एक बेटा भी है। तलाक के बाद उसने सरबजीत से शादी करने का दावा किया।