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हंगामा मचा तो रद कर दी गई गोरखपुर के सेंटर पर विधान परिषद समीक्षा अधिकारी पदों की परीक्षा, ये है पूरा मामला

locationगोरखपुरPublished: Nov 23, 2020 08:47:05 am

कुछ लोगों को बंद कमरे में परीक्षा दिलाने के आरोप में परीक्षार्थियों ने किया था हंगामा
डीएम ने प्रमुख सचिव विधान परिषद से बात कर निरस्त कराई परीक्षा।
काफी देर तक छात्रों की नहीं हुई एंट्री तो भड़का उनका गुस्सा

Hangama

पत्रिका न्यूज नेटवर्क

गोरखपुर. यूपी के गोरखपुर में विधान परिषद सचिवालय के विभिन्न पदों पर हो रही परीक्षा में पेपर लीक कर कुछ छात्रों को बंद कमरे में परीक्षा दिलाने का आरोप लगाकर छात्रों के हंगामा मचाने के बाद मौके पर पहुंचे जिलाधिकारी ने प्रमुख सचिव विधान परिषद से बात कर परीक्षा निरस्त करा दी। जिस सेंटर की परीक्षा रद की गयी वहां 475 छात्र थे। डीएम का कहना है क यह सेंटर उनकी जानकारी के बिना बनाया गया था।

 

गुलरिहा थाना क्षेत्र के ग्राम इस्लामपुर में स्थित गुलाबी देवी इंटर कालेज में रविवार को विधान परिषद सचिवालय में समीक्षा अधिकारी पद के लिए परीक्षा होनी थी। इस केन्द्र पर 475 परिक्षार्थी पंजीकृत रहे। परीक्षा कराने की जिम्मेदारी दिल्ली की एक प्राइवेट एजेंसी की थी। परीक्षा के लिए सुबह आठ बजे ही अभ्यर्थियों को तलब किया गया था। परीक्षा पहली पाली में सुबह नौ बजे से 11 बजे तक होनी थी। समय से अभ्यर्थी परीक्षा केन्द्र पर पहुंच गए। छात्रों ने बताया कि परीक्षा में यहां पर सुबह करीब नौ बजे तक अभ्यर्थियों की एंट्री की गई। अभ्यर्थियों की एंट्री कराने के बाद संचालकों की आेर से बताया गया कि पेपर ही नहीं आया है। पेपर का इंतजार कर रहे छात्रों का साढ़े नौ बजे से धैर्य जवाब देने लगा। छात्र हंगामा करने लगे। उनका कहना था कि कुछ लोगों को बंद कमरे में परीक्षा दिलायी जा रही है। छात्रों ने कमरा जबरन खुलवाया उसमें से कुछ छात्र बाहर निकले, जिसके बाद बाद तो हंगामा और बढ़ गया।

 


मामले की गंभीरता को देखते हुए डीएम और एसएसपी भी मौके पर पहुंच गए। डीएम ने परीक्षा सेल के ऑब्जर्वर को तलब कर परीक्षा केंद्र पर दुर्व्यवस्था पर फटकार लगायी। वहीं से डीएम ने प्रमुख सचिव विधान परिषद से वार्ता कर परीक्षा को निरस्त करा दिया। इसके बाद जाकर हंगामा कर रहे परीक्षार्थी शांत हुए।


जिलाधिकारी के विजयेन्द्र पाण्डियन ने बताया कि परीक्षा सेंटर दिल्ली की एक प्राइवेट एजेंसी ने बनाया था। प्रशासन को इसकी कोई जानकारी नहीं थी। उन्होंने कहा कि ब्लैकलिस्ट विद्यालय में बिना प्रशासन की अनुमति के परीक्षा केन्द्र कैसे बनाया गया इसकी जंच के लिये विधान परिषद सचिवालय को पत्र भेजा गया है। उन्होंने कहा कि आगे भी कोर्इ सेंटर बिना जिला प्रशासन की जानकारी के न बनाया जाए इसके लिये भी पत्र लिखा जाएगा। उन्होंने कहा कि सेंटर की परीक्षा दोबारा करायी जाएगी।

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