गोरखपुर। गृह कलह की वजह से बेघर हुई एक महिला ने सोमवार को एडीजी आफिस के सामने आत्मदाह की कोशिश की। महिला को किसी तरह ऐसा करने से पुलिसवालों ने रोका। पीड़ित का आरोप था कि पति के अवैध संबंधों का विरोध करने पर उसे और उसके बेटे को मारपीट कर घर से निकाल दिया गया है। घर वापस जाने पर मारापीटा जाता और जान से मारने की धमकी दी जाती। थाने से लेकर एसएसपी तक गुहार लगाने के बाद वह यह कदम उठाने जा रही थी। पीड़िता ने बताया कि वह पिपराइच के पतरा गांव में रह रही है। महिला के अनुसार उसके पति का किसी दूसरी महिला के साथ अवैध संबंध है। इसका जब वह विरोध करती है तो मारापीटा जाता है। इस साल मार्च में पति व अन्य घरवालों की सहमति पर कुछ गुंडों ने उसे व उसके बेटे केा मारापीटा, घर से निकाल दिया। धमकी दी गई कि वह लौटकर आएगी तो जान से मार दिया जाएगा। महिला ने बताया कि वह तभी से पतरा गांव में रह रही है। उसने बताया कि वह इस बाबत कई बार पुलिस के आला अधिकारियों के अलावा थाने में गुहार लगा चुकी है। लगातार साहबों के दफ्तरों का चक्कर काटने के बाद उसने अपनी जिंदगी को खत्म करने का निर्णय लिया। महिला ने बताया कि हर बार जब पुलिस के पास जाती थी तो उसे केवल आश्वासन मिलता। सोमवार को महिला एडीजी के दफ्तर पहुंची। परिसर में पहुंच कर आत्मदाह की कोशिश करने लगी। आसपास के लोग महिला के ऐसा करते देख दौड़े हुए आए और पकड़े। तभी कुछ पुलिसवाले भी दौड़े हुए आ पहुंचे। उसे किसी तरह ऐसा करने से रोका। काफी समझाया-बुझाया। महिला को शांत कराया। महिला के सामान्य होने में काफी देर लगा। तबतक लोग उसे वहीं बैठाए रहे। फिर उसे न्याय के लिए आश्वस्त किया गया।