गौरतलब है कि नीमका निवासी फौजी अनुज कुमार 24 अगस्त को खेतों पर जा रहे थे। इसी दौरान रास्ते में पुलिस वाहनों की चेकिंग कर रही थी। आरोप है कि चेकिंग के नाम पर पुलिस अवैध वसूली कर रही थी। इसका अनुज ने विरोध किया तो पुलिसकर्मियों ने उनके साथ में मारपीट करते हुए गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद पीड़ित फौजी की मां ने झूठे आरोप में गिरफ्तार करने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, आईजी और डीआईजी से शिकायत की।
फौज के अफसर आए तो पुलिस ने लिया एक्शन वहीं फौजी अनुज कुमार ने इस मामले की शिकायत अपने सीनियर अफसरोंं से भी की। शिकायत मिलने पर कर्नल तरूण और लेफ्टिनेंट कर्नल आरके काला जेवर कोतवाली पहुंचे। उन्होंने मारपीट करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ एक्शन लेने के निर्देश पुलिस के अफसरों को दिए। इस दौरान उन्होंने मारपीट करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ तहरीर दी। यहां उन्होंने पुलिसकर्मियों को लताड़ भी लगाई। इसके बाद सीओ राजपाल ने पुलिसकर्मियों के खिलाफ जांच के निर्देश दे दिए हैं।
पूर्व फौजी संगठन ने किया प्रदर्शन गुरुवार को पूर्व फौजी संगठन व आर्मी वेलफेयर सोसाइटी से जुड़े फौजियों ने जेवर कोतवाली में धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने जल्द सेे जल्द मारपीट करने वाले पुलिसकर्मियों को हटाने की मांग की। उन्होंने चेतवानी दी है कि अगर पुलिसकर्मियों को सस्पेड नहीं किया जाता है तो पुलिस के खिलाफ आंदोलन चलाया जाएगा। इस दौरान संगठन से जुड़े हुए रिटायर्ड फौजियों ने कहा कि वे देश के लिए गोली खाते हैं और पुलिस इस तरह बर्बरता नहीं कर सकती।
सीएम के पास पहुंचा मामला फौजी के साथ हुई मारपीट का मामला यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के दरबार में भी पहुंच गया है। सीएम ने मामले में दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया है। आईजी और डीआईजी ने पूरे मामले की रिपोर्ट जिले की पुलिस से मांगी है।