इसे सफल बनाने के लिए भण्डार संचालकों की समस्याओं को सुनकर उसका समाधान किया जाना चाहिए। ताकि संचालकों में विश्वास बना रहे। मेहता गुरुवार को जिला परिषद सभागार में रसद विभाग की ओर से आयोजित सम्मान समारोह को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि रसद विभाग अन्नपूर्णा भण्डार संचालकों और यूचर गु्रप के मध्य बेहतर समन्वय स्थापित कर समास्याएं सुलझाने में सहयोग करे। संचालकों को मांग पत्र के अनुरूप सामान उपलब्ध कराया जाए और खराब माल कम्पनी द्वारा वापस लिया जाए।
उन्होंने संचालकों को चांदी के सिक्के वितरित कर सम्मानित किया। जिला कलक्टर महावीरप्रसाद शर्मा ने कहा कि जिला स्तर पर एक नियंत्रण कक्ष बनाया जाए। ताकि इस पर संचालक शिकायत दर्ज करा सके। उन्होंने बताया कि हर पंचायत स्तर पर अन्नपूर्णा भण्डार स्थापित किया जाएगा। उन्होंने जिला रसद अधिकारी को संचालकों की समस्याए व्यक्तिगत रूप से सुनकर निराकरण के निर्देश दिए।
इस दौरान संचालकों ने कहा कि उन्हें कमीशन कम दिया जा रहा है। साथ ही समय पर आपूर्ति नहीं की जा रही है। जिला रसद अधिकारी ने बताया कि अन्नपूर्णा संचालकों के लिए एक प्रोफार्मा बनाया गया है। इसे भरकर वह मांग पत्र दे सकते हैं। इस अवसर पर पंचायत समिति प्रधान जगदीश गुर्जर, निरीक्षक धर्मचंद अग्रवाल आदि मौजूद थे।