बता दें कि नोएडा के बहलोलपुर गांव निवासी भाजपा नेता शिव कुमार यादव, निजी सुरक्षाकर्मी रईसपाल और उनके ड्राइवर बलीनाथ 16 नवंबर 2017 को गांव हैबतपुर के पास गोली से भुन दिया था। बदमाशों ने बाइक व स्कूटी से पीछा कर 40 राउंड फायरिंग की थी। दिसंबर माह में एसटीएफ और पुलिस ने 6 को गिरफ्तार किया था। पुलिस का कहना है कि अरुण का मानना था कि शिव कुमार ने उसके पिता की हत्या कराई है। जिसकी वजह से उसने शिव कुमार की हत्या की साजिश रची। इस मामले का मुख्य आरोपी अरुण है। दरोगा अमित यादव मुख्य आरोपी का भाई है।
कोर्ट ने आदेश देते हुए कहा है कि आरोपी दरोगा अमित यादव और सिपाही रविंद्र तय समय के अंदर अगर पुलिस के सामने समर्पण नहीं करते है तो उनके घर की कुर्की की जाए। पहले ही दोनों आरोपियों के खिलाफ गैर जमानती वॉरंट जारी हो चुके है। वर्तमान में गाजियाबाद में गठित एसआईटी मामले की जांच कर रही है। आरोप है कि दरोगा ने हमले की साजिश करते हुए भाई की सहायता की। सिपाही भी इन्हीं का रिश्तेदार है।