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Lockdown: सीएम योगी से राहत की गुहार, व्यापारी बोले- हम पहले से ही मानसिक रूप से परेशान, सरकार ऐसा न करो दरअसल, झारखंड निवासी कृष्णा पांडे नोएडा के गिझोड़ गांव में रहता था। कोरोना बीमारी के लक्षण दिखाई देने पर उसे 22 मई को गलगोटिया विश्वविद्यालय के क्वारंटीन सेंटर में भर्ती कराया गया था। रविवार की दोपहर वह सेंटर पर तैनात सुरक्षाकर्मियों को झांसा देकर बाहर निकला और यमुना एक्सप्रेस-वे की तरफ भाग निकला। युवक के भागने से सेंटर कर्मियों और पुलिस में हड़कंप मच गया। इसके बाद थाना दनकौर पुलिस ने स्वास्थ्य विभाग के साथ कांबिंग अभियान चलाकर भाग रहे युवक को घंटों की मशक्कत के बाद सेंटर से एक किलोमीटर दूर पकड़ लिया। क्वारंटीन सेंटर पर तैनात दनकौर कोतवाली के दरोगा सौरभ दुबे की रिपोर्ट पर भागने का प्रयास कर रहे युवक के खिलाफ दनकौर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
पुलिस गिरफ्त में आए कृष्णा पांडे से जब अधिकारियों ने भागने का कारण पूछा तो उसने बताया कि उसके बिहार जाने को ई-पास के लिए एप्लाई किया था, जो उसे मिल गया था। कृष्णा ने बताया कि वह बिहार जाने वाली ट्रेन से घर जाना चाहता था। उसे लग रहा था उसे क्वारंटीन सेंटर से छोड़ा नहीं जाएगा। इसलिए उसने भागने का प्रयास किया। पुलिस ने कृष्णा पांडे को पुन: सेंटर में भर्ती करा दिया है। हालांकि उसकी कोरोना रिपोर्ट अभी नहीं आई है।