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ग्रेटर नोएडा

दुखद: 4 दिनों में 5 स्कूली वाहन हादसों के शिकार, एक बच्चे की मौत, ढाई दर्जन हुए घायल

स्कूल ट्रॉसोर्ट की वजह से अटकी हुई है पैरेंट्स की जान

ग्रेटर नोएडाJul 05, 2018 / 12:32 pm

virendra sharma

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दुखद: 4 दिनों में 5 स्कूली वाहन हादसों के शिकार, एक बच्चे की मौत, ढाई दर्जन हुए घायल

ग्रेटर नोएडा. पैरेंट्रस जिन हाथों में अपने बच्चे का हाथ सौंप रहे है, वो ही उनके लिए मुसीबत खड़ी कर रहे है। स्कूलों में चलने वाले ट्रॉसपोर्ट की हालत खस्ता है। स्कूल ट्रॉसपोर्ट को लेकर वेस्ट यूपी के अधिकारी सजग नहीं है। स्कूल संचालक नियमों को दरकिनार कर ट्रॉसपोर्ट मुहैया करा रहे है। संचालकों की लापरवाही की वजह से 2 जुलाई को स्कूल खुलने के साथ हादसा हुआ। पिछले 4 दिनों में वेस्ट यूपी में 5 सड़क हादसे हो चुके है। इन हादसों में 28 बच्चे घायल हुए है, जबकि एक बच्चे की मौत हुई है। आए दिन होने वाले सड़क हादसोंं को रोकने के लिए प्रशासन की तरफ से कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है। यहीं वजह है कि एक बार फिर गुरुवार को शामली में टाटा मैजिक और ट्रक की आमने—सामने की भिड़ंत हो गई। इस घटना में 8 बच्चे घायल हुए है।

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स्कूल बसों की ये है गाइडलाइन

—स्कूल में चलने वाली बसों का रंग पीला होना जरुरी है, साथ ही स्कूल का एड्रेस, मोबाइल नंबर होना लिखा होना चाहिए।
—बसोंं में जीपीएस डिवाइस होनी जरुरी है।
—बसों में फर्स्ट एड बॉक्स होना चहिए।
—बसों में सीसीटीवी कैमरे होने जरुरी है।
—स्कूल गतिविधियों के लिए ही बस का उपयोग हो।
—ड्राइवर को कम से कम 5 साल का बस चलाने का अनुभव होना चाहिए।
—बस में फायर बिग्रेड के उपकरण होने जरुरी है।
—कंडक्टर के अलावा स्कूल का कर्मचारी भी होना चाहिए।
—बस पर कंडक्टर और ड्राइवर का नाम व मोबाइल नंबर होना चाहिए।
—बसों में ग्रिल के अलावा इमरजेंसी गेट होना चाहिए।
—ऑटो में 8, वैन में 10 से 12, मिनी बस में 28 से 32 और बड़ी बस में 44 बच्चों को ही बैठाया जा सकता है।
नियमों की जा रही है अनदेखी

आए दिन होने वाले सड़क हादसों में प्रशासन और स्कूल संचालकों की लापरवाही सामने आई है। सहारनपुर में अनाधिकृत वाहन ई-रिक्शा से बच्चोंं को स्कूल लाया और घर छोड़ा जा रहा था। ई-रिक्शा में उत्तराखंड रोडवेज की बस ने टक्कर मार दी थी। इस घटना में एक बच्चे की मौत हो गई थी। गाइडलाइन के मुताबिक ई-रिक्शा का यूज स्कूल वाहन के तौर पर नहीं कर सकते है। उसके बाद भी ई-रिक्शा का यूज स्कूली वाहन के तौर पर किया जा रहा था। जबकि स्कूल खुलने से 15 दिन पहले ही डीएम ने स्कूलों में चलने वाले अनाधिकृत वाहनोंं पर रोक लगाने के निर्देश दिए थे। निर्देश के बाद भी यह हादसा हो गया। वहीं शामली में हुए हादसे में भी टाटा मैजिक के ड्राइवर की लापरवाही बताई जा रही है।
स्कूल खुलने के बाद से लगातार हो रहे है हादसे

यूपी में 2 जुलाई से स्कूल खुले थे। स्कूल खुलने के शुरुआती दिन से वेस्ट यूपी में बस हादसे की घटना सामने आई। नियमों की अनदेखी कर अनाधिकृत वाहनों का यूज बच्चों को स्कूल लाने और छोड़ने के लिए किया जा रहा है। जिसकी वजह से आए दिन हादसे सामने आ रहे है। वेस्ट यूपी में मुजफ्फरनगर, मुरादाबाद, सहारनपुर, ग्रेटर नोएडा और शामली में घटना हो चुकी है। अभी तक हुई घटनाओं में 28 बच्चे घायल हो चुके है, जबकि एक की मौत हो चुकी है।
4 दिन में हुए 5 हादसे

2 जुलाई: मुजफ्फरनगर के चरथावल थाना एरिया के हिंडन चौकी के पास में बच्चों से भरी एक स्कूली बस पलट गई थी। इस हादसे में 6 बच्चे घायल हो गए थे। बस के ओवरटेक करने के दौरान यह हादसा हुआ था। चालक का बस से नियंत्रण हट गया था और बस करीब 5 मीटर गहरी खाई में जा गिरी।
3 जुलाई: मुरादाबाद के कटघर थाना क्षेत्र में बेकाबू टेम्पो ने स्कूल जा रहे 8 बच्चों को टक्कर मार दी थी। जिससे सभी गंभीर रूप से घायल हो गए। तीन बच्चों की हालत नाजुक होने की वजह से उन्हें हायर सेंटर रेफर किया गया था। प्राथमिक विद्यालय से इंटर कालेज गांव से करीब 100 मीटर की दूरी के सड़क पूरी तरह से जर्जर हालत थी। बरसात की वजह से पानी भर हुआ था और गहरे गड्ढे होने की वजह से यह हादसा हुआ था।
3 जुलाई: सहारनपुर की फतेहपुर कोतवाली एरिया के देहरादून हाईवे पर छुटमलपुर के पास में उत्तराखंड रोडवेज की बस ने ई-रिक्शा में टक्कर मार दी थी। ई-रिक्शा में 6 स्कूली बच्चे सवार थे। घटना में एक बच्चे की मौत हो गई थी। डीएम ने स्कूल खुलने से 15 दिन पहले ही अनाधिकृत वाहनों में सफर पर रोक लगाई थी। ई—रिक्शा में बच्चों को स्कूल छोड़ना या वापस घर लाना नियम के विपरीत है।
4 जुलाई: ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा कोतवाली एरिया के नंगला हुकुम सिंह गांव के पास में एक स्कूली बस नहर में गिरने से बच गई थी। बस में 30 से अधिक बच्चे सवार थे। बताया गया है कि सामने से बाइक आ रही थी। बाइक सवार को बचाने के चक्कर में बस डिसबैंलेस हो गई और नहर की एक साइड पर चढ़ गई। बस नहर में गिर जाती तो बड़ा हादसा हो सकता था।
5 जुलाई: शामली के कैराना कोतवाली एरिया के भूरा बाईपास पर स्कूली वैन और ट्रक की आमने-सामने से भिड़ंत हो गई। हादसे में 8 स्कूली बच्चें गंभीर रुप से घायल हो गए है।

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