खरीदारों ने बिल्डरों के खिलाफ दायर की थी याचिका गौरतलब है कि शहर में खरीदारों से किए वादे को पूरा नहीं करते हुए 30 से अधिक बिल्डरों ने उनका पैसा हड़प लिया था। बिल्डरों ने निर्धारित समय में खरीदारों को फ्लैट नहीं दिया था। वहीं कुछ बिल्डर ऐसे भी थे, जिन्होंने फ्लैट में आधा-अधूरा निर्माण कराया था। जिसके बाद खरीदारों ने बिल्डरों के खिलाफ एक याचिका रेरा में दायर की थी। मामले की सुनवाई के बाद रेरा ने बिल्डरों के खिलाफ आरसी जारी की थी। जिन बिल्डरों ने आरसी के सापेक्ष पैसा जमा नहीं किया, जिला प्रशासन ने उनकी अचल संपत्ति जब्त कर ली थी।
ई-नीलामी की तिथि जल्द ही घोषित की जाएगी बता दें कि छह महीने पहले ही सरकार द्वारा संपत्तियों की ई-नीलामी के लिए नियम बनाया गया था। डीएम सुहास एलवाई ने नोएडा और ग्रेटर नोएडा व यमुना प्राधिकरण को नीलामी के लिए विशेष कार्यदायी संस्था नामित किया था। कई माह के बाद हाल ही में प्राधिकरण ने ई-नीलामी से हाथ खड़ा कर दिए थे। पिछले कुछ सप्ताह से जिला प्रशासन नीलामी की तैयारी में जुटा था। नीलामी के लिए स्टेट बैंक आफ इंडिया ने वेबसाइट तैयार की है। जिसपर संपत्ति का विवरण अपलोड कर दिया गया है। जल्द ही ई.नीलामी की तिथि घोषित हो जाएगी।