बता दें कि पीड़ित मुकेश का कसूर सिर्फ इतना था कि उसने गेस्ट हाउस के मालिक से अपनी बीमार पत्नी के इलाज के लिए बकाया वेतन की मांग की थी, लेकिन पैसे देने की जगह गेस्ट हाउस के संचालक के बेटों में अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर मोबाइल चोरी का आरोप लगाकर उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी। इतना ही नहीं उसे रस्सी से बांधकर डंडे और बेल्ट से जमकर पीटा गया। पीड़ित ने गिड़गिड़ाते हुए रहम की भीख मांगी, लेकिन आरोपियों का दिल नहीं पसीजा और पिटाई करते रहे। इसके बाद उसे सड़क पर फेंककर भाग गए। सूचना मिलने पर परिजन मौके पर पहुंचे और इसकी सूचना पुलिस को दी। परिजनों ने पुलिस की मदद से घायल युवक को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसका इलाज चल रहा है।
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कुश्ती के अखाड़े में चली गई पहलवान की जान, जानें- मेले के दंगल में ऐसा क्या हुआ एडिशनल डीसीपी विशाल पांडे ने बताया कि अलीगढ़ का रहने वाला मुकेश ग्रेटर नोएडा के रामपुर माजरा गांव में परिवार के साथ रहता है। वह सेक्टर बीटा-1 स्थित शीतल गेस्ट हाउस में नौकर के रूप में काम कर रहा था, लेकिन गेस्ट हाउस के संचालक ने उसका दो महीने से वेतन नहीं दिया था। मुकेश का कहना है कि अचानक उसकी पत्नी की तबीयत खराब हो गई, जिसके चलते उसने पत्नी के इलाज के लिए यह गेस्ट हाउस के संचालक से बकाया वेतन के रुपयों की मांग की। इससे वह नाराज हो गए और गेस्ट हाउस के मालिक राकेश बैसोया के बेटे प्रिंस और शीतल ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर मुकेश पर मोबाइल चोरी करने का आरोप लगा दिया। इसके बाद उसे रस्सी से बांधकर जमकर पिटाई की।
एडिशनल डीसीपी ने बताया कि सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल युवक को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया है। मुकेश की शिकायत पर होटल मालिक के दोनों बेटे प्रिंस और शीतल और उनके साथी राजेश और राम को गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेज दिया है।