एडीसीपी विशाल पांडे ने बताया कि पकड़े गए तीनों शातिर किस्म के गौकश हैं। जिनके द्वारा पहले भी कई गौकशी घटनाएं की गई हैं और विभन्न थानों में इनके खिलाफ दर्जनों मुकदमे दर्ज हैं। पिछले दिनों एक गांव के श्मशान घाट पर ये लोग एक गोवंश मांस फेंककर भाग गए थे। इससे बात इसके बाद से ही पुलिस इनकी तलाश कर रही थी। मुखबिर से सूचना मिली थी कि गौकशों का एक गैंग मायचा ग्राम में मंदिर के पास मौजूद है और गोकशी की वारदात को अंजाम देने की फिराक में है। सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर गौकशों की घेराबंदी की। अपने को घिरा देख गौकशों ने पुलिस टीम पर फायर करना शुरू कर दिया। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दो गौकश गोली लगने से घायल हो गए जबकि एक को पुलिस ने कॉम्बिंग के बाद गिरफ्तार कर लिया।
यह भी देखें: इस बड़े गैंग का पुलिस ने किया भंडाफोड़ एडीसीपी ने बताया कि इन तस्करों के अन्य 4 साथी मेहराज, इरशाद उर्फ कालिया जमील और रसीद मौके से गाड़ी लेकर फरार होने में सफल हो गए। पुलिस इनकी तलाश कर रही है। पूछताछ के दौरान इनको तस्करों ने बताया कि गोकशी करने के बाद गौमांस मेहरबान निवासी दौला दनकौर को भेज दे देते भेज देते थे। पुलिस ने इनको तस्करों के पास से तीन तमंचा छह कारतूस व 3 खोखा कारतूस बरामद किया है। सभी को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है।