कचैड़ा गांव के आकाश नागर ने बताया कि 2005 में वेब सिटी बिल्डर ने हाईटेक सिटी के लिए जमीन का अधिग्रहण किया गया था। उस दौरान जमीन अधिग्रहण के एवज में किसानों को प्लॉट, गांव का विकास आदि कार्य करने का आश्वासन दिया गया था। किसानों का आरोप है कि वेब हाईटेक सिटी की तरफ से उन्हें प्लॉट, मुआवजा व गांव मेंं विकास कार्य नहींं कराए गए है। जबकि जमीन पर निर्माण कार्य किया जा रहा है। वेब सिटी बिल्डर का विरोध करने पर पुलिस लाठी भांज रही है। उन्होंने बताया कि अभी तक पुलिस 82 किसानों को जेल भेेज चुकी है।
जमीन अधिग्रहण के मुद्दे को लेकर कचैड़ा गांव के किसान केंद्र व यूपी सरकार के विरोध में आ गए है। केंद्रीय मंत्री डॉक्टर महेश शर्मा ने कचैड़ा को आदर्श गांव बनाने के लिए गोद लिया हुआ है। किसानों की माने तो जबरन उनकी जमीन छीनी जा रही है। जिसके विरोध में ग्रामीणों ने महापंचायत बुलाई थी। महापंचायत में सीपीएम नेता वृदा करात, गाजियबाद की धौलाना से बसपा विधायक असलम चौधरी, राज्यसभा सांसद सुरेंद्र नागर, बसपा के गौतम बुद्ध नगर सीट से लोकसभा प्रभारी वीरेंद्र डाढ़ा, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजकुमार भाटी समेत कई दिग्गज नेता शामिल हुए। इस दौरान आस—पास गांव के किसानों की हजारों की संख्या में भीड़ मौजूद रही।
सीपीएम नेता ने कहा कि किसानों पर अत्याचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार किसानों का हितैषी बताती है। लेकिन किसानों के साथ अन्याय किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गन्ना किसानों पर दिल्ली पुलिस ने लाठी भांजी थी। अब कचैड़ा गांव में। उन्होंने कहा कि पूरे देश में यह मुद्दा उठाया जाएगा। उन्होंने कहा कि देश के कोने-कोने में जाकर मैं खुद इस मुद्दे को जनता के सामने रखूंगी। बसपा विधायक असलम चौधरी ने कहा कि पार्टी किसानों के साथ है। सरकार से किसानों की लड़ाई लड़ी जाएगी। इस दौरान किसानों ने खेत में जेसीबी भी चलाई। बिल्डर की तरफ से खेतों में दीवार भी की हुई थी। जिससे किसानों ने जेसीबी से तोड़ दिया है।