किसानों की मांग है कि पहले 64 फीसदी बढ़ा हुआ मुवाबजा दें और 10 फीसदी की विकसित जमीन, आबादी का निस्तारण हो।अधिकारियों से हुई वार्ता के विफल होने पर किसानों का गुस्सा एक बार फिर फूट पड़ा। ग़ुस्साये किसानों ने प्रदर्शन कर यमुना प्राधिकरण का पुतला फूंका। यमुना प्राधिकरण के पुतले पर किसानों ने जमकर जूते बराए।
इस दौरान किसानों का कहना है कि उनकी मांग थी कि उन्हें बढ़े हुए मुआवजे की दर से अधिग्रहण भूमि का मुआवजा, विकसित जमीन दी जाए और उनकी आबादी का निस्तारण किया जाए। लेकिन प्राधिकरण उनकी नहीं सुन रहा है। इस मांग को लेकर किसान पिछले 5 दिनों से धरने पर बैठे हैं, लेकिन उनकी सुध प्राधिकरण ने नहीं ली।