वहीं मृतकों के परिजनों का आरोप है कि वह बुधवार की पूरी रात अपनों के शवों को लेने के लिए पोस्टमॉर्टम हाउस के बाहर बैठे रहे, लेकिन रात भर पोस्टमॉर्टम नहीं किया गया। जिसके बाद कहीं न कहीं यह भी सवाल उठता है आखिर इन परिस्थितियों में भी रात में पोस्टमॉर्टम नहीं किया गया।
मृतक शिव त्रिवेदी की परीजन नेहा का कहना है कि उसके रिश्तेदार की मौत इस हादसे में हो गई। जिनकी बॉडी को बुधवार को पोस्टमॉर्टम के लिए सेक्टर-94 स्थित पोस्टमॉर्टम हाउस में लाया गया। लेकिन डॉक्टर के नहीं होने के कारण उन्हें रात भर इंतजार करना पड़ा। गुरूवार की सुबह करीब 9 बजे पोस्टमॉर्टम शुरू किया गया है।
बता दें कि आपातकालीन स्थिति में प्रशासन द्वारा रात में भी शवों के पोस्टमॉर्टम करने के निर्देश दे दिए जाते हैं। इस हादसे के बाद लोगों के जहन में तरह के तरह के सवाल भी उठ रहे हैं। एक तरफ मलबे से निकल चुके हैं मृतकों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है, वहीं दूसरी ओर अभी भी बहुत से लोगों की आंखें मलबे में अपनों की तलाश कर रही हैं।
गौरतलब है कि रेस्क्यू टीम अभी भी मलबा हटाने के कार्य में जुटी हुई है। वहीं अभी भी कई लोगों के दबे होने की बात कही जा रही है। मौके पर अधिकारीगण भी मौजूद हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार तेजी से जारी है और दबे हुए लोगों की तलाश की जा रही है। शासन ने ग्रेटर नोएडा में विशेष कार्याधिकारी अधिकारी के पद पर तैनात विभा चहल को हटा कर विशेष सचिव कृषि उत्पादन शाखा बनाया है। इसके साथ ही ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सहायक प्रबंधक परियोजना अख्तर अब्बास जैदी और प्रबंधक परियोजना वी पी सिंह को निलंबित किया गया है।