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शहर के पार्कों की हालत हो चुकी है खस्ता, खेलने के लिए भी नहीं है कोई सुविधा 20 जनवरी को पत्रिका ने शहर के पार्कों की हालत हो चुकी है खस्ता, खेलने के लिए भी नहीं है कोई सुविधा की खबर प्रकाशित की थी। खबर पढ़ने के बाद में अथॉरिटी अफसर हरकत में आ गए। अथॉरिटी अफसरों ने जल्द से जल्द पार्को की टूटी हुई बाउंड्र्रीवॉल और बच्चों के खेलने के लिए सभी सूविधा डिवलेप करने के निर्देश जारी कर दिए है। अथॉरिटी अफसरों से निर्देश मिलने के बाद में शहर के पार्को में तेजी से कार्य किए जा रहे है। ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के हॉर्टीकल्चर विभाग के सीनियर मैनेजर आनंद मोहन ने बताया कि पार्को में सभी सुविधा डिवलेप की जा रही है। वहीं बच्चों के खेलने की सुविधा पर भी पूरा फोकस किया जा रहा है। साथ ही जिम्मेदार कर्मचारियों को निरंतर देखरेख करने के भी निर्देश सीनियर मैनेजर आनंद मोहन की तरफ से दिए गए है। यह भी पढ़ें
अवैध संबंध और अश्लील सीडी बनी अंतर्राष्ट्रीय बॉक्सर जितेंद्र मान की हत्या वजह पार्कों की हालत थी राम भरोसे, नही सुन रहे थे अधिकारी शहर के पार्को की देखरेख, हरियाली विकसित करने व अन्य सुविधाओं के लिए अथॉरिटी जिम्मेदार है। इनके रखरखाव पर अथॉरिटी की तरफ से करोड़ों रुपए खर्च किए जाते हैं, लेकिन पार्कों के देखरेख में अथॉरिटी की तरफ से लापरवाही बरती जा रही थी। इस मुद्दे को कड़ाई से पत्रिका ने उठाया था। दरअसल में शहर के बीटा-1, 2, अल्फा-1, 2, गामा-1,2, डेल्टा-1,2,3 समेत अन्य सेक्टरों के पार्को की हालत खस्ता हो चुकी है। कहीं ग्रिल टूटी हुई है तो कहीं पार्को में गंदगी फैली हुई है। इसके अलावा पार्को में बच्चों के खेलने के लिए कोई सुविधा नहीं है। हॉर्टीकल्चर विभाग के सीनियर मैनेजर आनंद मोहन ने बताया कि जल्द ही बच्चोें के खेलने की सुविधा डिवलेप कर दी जाएगी। पार्क के रखरखाव समेत सभी सुविधाओं के बारे में विशेष ध्यान दिया जा रहा है।