यह है मामला दरअसल, हाल ही में फर्जी महिला सिपाही और गैंगस्टर राहुल ठसराना की शादी की फोटो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुई थीं। इसमें बताया गया था कि पायल गौतमबुद्ध नगर जिले में तैनात थी जबकि राहुल यहां पर पेशी पर आता था। कोर्ट परिसर में बनी बैरक में दोनों में प्यार हुआ और बाद में उन्होंने शादी कर ली। पुलिस ने जब इसकी जांच की तो पता चला कि इस तरह की कोई सिपाही जनपद में कभी तैनात नहीं रही है।
खाकी वर्दी का कर रही दुरुपयोग एसपी देहात रणविजय सिंह का कहना है कि पायल मेरठ के मवाना के पास स्थित तिगरी गांव की रहने वाली है। गांव के लोगों से बातचीत में पता चला है कि पायल कभी भी पुलिस में नहीं रही है। वह खाकी वर्दी पहनकर इसका दुरुपयोग कर रही है। उनके अनुसार, तिगरी गांव के प्रधान और अन्य लोगों ने बताया है कि फर्जी महिला सिपाही की आठ साल पहले शादी हुई थी। उसका सात साल का एक बेटा भी है। उसकी देखभाल गांव में पायल के माता-पिता करते हैं। वह गांव में भी कई बार खाकी वर्दी पहनकर पहुंचती थी। पहली बार उसने कहा था कि वह बरेली में होमगार्ड है। भाई के जेल में होने के कारण अक्सर वह वहां पर जाती थी।
दरोगा से की ठगी उनका कहना है कि पायल ने जनपद में तैनात रहे दो दरोगाओं को भी अपना निशाना बनाया है। उसने जेवर थाने में तैनात एक दरोगा से ठगी की है। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। पायल पर कुछ लोगों से नौकरी के नाम पर ठगी करने का भी आरोप है।
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