ग्रामीण प्रकाश भाटी ने बताया कि अजायबपुर रेलवे स्टेशन(railway station) के पास काफी पुरानी मस्जिद (masjid) थी। डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (dfc) के लिए मस्जिद की जमीन को एलाईमेंट में आ गई। बाद में ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी (greater
noida authority) ने रिठौड़ी गांव के पास मस्जिद के लिए जमीन दी। दरअसल, मुस्लिम समाज(muslims samaj) के लोगों को ईद व अन्य त्योहारों पर दिक्कत होती थी। जिससे देखते हुए हिंदू और मुस्लिम समाज के लोगों ने मस्जिद(masjid) बनाने का फैसला लिया।
उन्होंने बताया कि रिठौडी, कैमराला समेत 10 से अधिक गांव के हिंदू व मुस्लिम धर्म (muslim dharm) के लोगों ने मस्जिद की नींव रखी। यहां मस्जिद की नींव रखते हुए मौलवी ने कुरान(kuran) पढ़ी तो पंडितों ने मंत्र। उन्होंने बताया कि कोई भी त्योहार हो या फिर शादी (marriage) का आयोजन दोनों धर्म के लोग मिलकर मनाते हैं। वहीं, दनकौर के खेरली गांव में 2016 में हिंदू (hindu) और मुस्लिम (muslim) ने चंदा इक्टठा करने के बाद मंत्रों पढ़कर पंडितों ने मस्जिद की नींव रखी थी। वहीं, 2019 में इसी गांव में देवी मंदिर का निर्माण मुस्लिमों ने कराया था।