इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सुरक्षा बलों पर हमें नाज है। आईटीबीपी अपनी पूरी मेहनत और शिद्दत के साथ काम करती है। दिन हो या रात, खुशी हो या गम, गर्मी हो या सर्दी, हमारे जवान हमेशा डटे रहते हैं। उन्होंने कहा कि माइनस 20 डिग्री सेल्सियस तापमान में भी जवान अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए दुश्मनों से लड़ते है। उन्हें मार भगाने को तत्पर रहते हैं। उन्होंंने कहा कि हमारे जवानों को इसलिए ही हिम भीम कहा जाता है कि जहां ऑक्सीजन की कमी है, सांस लेना भी दुभर होता है, वहां भी हमारे जवान सीमा की रक्षा करते हैं। उन्होंने कहा कि इन जवानों की बहादुरी को मैं ही नहीं, पूरा देश सलाम करता है।
केंद्रीय मंत्री ने देश में तेजी से लोकप्रिय हो रही सोशल मीडिया का भी जिक्र किया और कहा कि आईटीबीपी की भूमिका सोशल मीडिया पर भी बढ़ गई है। समारोह का उद्घाटन करने के दोरान जवानों के स्वास्थ्य की देखरेख में कोई भी लापरवाही नहीं होनी चाहिए। आईटीबीपी में शामिल महिला दस्ते की परेड आकर्षण का केंद्र रही। जवानों ने गृहमंत्री को सलामी दी। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री ने उत्कृष्ट सेवा के लिए आईटीबीपी के जवानों को सम्मानित किया। 23 अधिकारियों को सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक और आईटीबीपी के वाहन चालक को जीवन रक्षक पदक से नवाजा गया। वहीं बीटीसी भानू से मयूर घोड़ा 27वीं वाहिनी के एएनओ से वघेरा को सम्मानित किया गया।