नागरिक उड्डयन विभाग के विशेष सचिव सूर्यपाल गंगवार ने गौतम बुद्ध नगर डीएम को अधिसूचना जारी कर 2 नवंबर तक रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए है। हालाकि यूपी सरकार जमीन अधिग्रहण के लिए 20 अक्टूबर को ही 2 अरब 40 करोड़ 2 लाख 12 हजार 360 रुपये जारी किए थे। शासन से हरी झंडी मिलने के बाद में प्रशासन की तरफ से जमीन अधिग्रहण का अधिसूचना का प्रकाशन कराया जाएगा।
जनवरी 2019 में शुरू होगी जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया जेवर एयरपोर्ट के लिए जमीन अधिग्रहण में करीब पांच हजार करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। मुआवजा व विस्थापन में इन रुपये का खर्च होना है। इनमें 1500 करोड़ रुपये शासन, 1500 करोड़ रुपये नोएडा अथॉरिटी, एक हजार करेाड़ रुपये ग्रेटर नोएडा और यमुना अथॉरिटी खर्च करेगी। प्रशासनिक अधिकारियों की माने तो जनवारी के फर्स्ट वीक से जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। 60 दिन बाद जमीन अधिग्रहण की धारा 19 लगेगी। लोकसभा चुनाव से पहले ही शासन की तरफ से एयरपोर्ट के शिलान्यास की तैयारी की जा रही है। माना जा रहा है कि 2022 तक एयरपोर्ट का निर्माण पूरा हो जाएगा। उसके बाद में विमान उड़ने शुरू हो जाएंगे।
जेवर एसडीएम सुनेंगे आपत्ति यूपी सरकार की तरफ से जेवर एसडीएम को प्रशासक नियुक्त किया गया है। ये प्रभावित परिवारों के पुर्नावास संबंधित समस्या को शासन से अवगत कराएंगे। साथ ही 60 दिनों के अंदर किसान जमीन अधिग्रहण के लिए लिखित आपत्ति गौतम बुद्ध नगर डीएम के सामने प्रस्तृत कर सकते है।
इन गांव के इतने परिवार होंगे विस्थापित गांव परिवार दयानतपुर गांव ——797
रोही—————-—919
किशोरपुर—————59 गांव किसानों की जमीन(हेक्टेयर में) दयानतपुर 394.14
रोही 433.17
पारोही 108.46
किशोरपुर 171.08
बनवारीवास 6.27