ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ डॉ नरेंद्र भूषण के मुताबिक ग्रेटर नोएडा में बनने वाला यग प्रोजेक्ट देश का सबसे बड़ा डेटा सेंटर होगा। उनका कहना है कि अभी तक कंपनियों के डेटा को विदेशों में संरक्षित किया जाता है। जो कि काफी महंगा पड़ता है। लेकिन जब यहां डेटा सेंटर बन जाएगा तो यह सस्ता हो जाएगा। यूपी में जो सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म के करोड़ों उपभोक्ता हैं, उन सभी को अपना डेटा सुरक्षित करने के लिए ग्रेटर नोएडा में ही प्लेटफोर्म मिल जाएगा। इसके अलावा बैंकिंग, व्यापार, यात्रा, स्वास्य सेवा, पर्यटन और आधार कार्ड का डेटा भी सुरक्षित और संरक्षित किया जाएगा।
सीएम ने अक्टूबर में दी थी मंजूरी गौरतलब है कि योगी सरकार ने 24 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश में देश का सबसे बड़ा डेटा सेंटर पार्क बनाने की घोषणा करते हुए हरी झंडी दिखाई थी। जिसके बाद तमाम बड़ी कंपनियों ने इसे बनाने की इच्छा जाहिर की थी। शासन स्तर पर मुंबई के हीरा नंदानी समूह का चयन किया गया। जो यहां डाटा सेंटर का निर्माण करेगी। यह यूपी का पहला डाटा सेंटर होगा। बताया जा रहा है इस परियोजना से आईटी कंपनियों को अपना कारोबार करने में खासी मदद मिलेगी। साथ ही दूसरे राज्यों में संचालित हो रही कंपनियों को भी प्रदेश से जोड़ा जा सकेगा।