पूर्व मंत्री ने भी छोड़ा था बसपा का दामन बुधवार को भाजपा ने मायावती को उनके गृहजनपद में करारा झटका दिया था। गौतमबुद्ध नगर का बादलपुर मायावती का पैतृक गांव है। मायावती के करीबी व तीन बार विधायक रहे पूर्व कारागार मंत्री वेदराम भाटी भाजपा में शमिल हो गए है। वेदराम भाटी को गुर्जरों का कद्दावर नेता माना जाता है। वेदराम भाटी के भाजपा में शामिल होने के बाद बसपा को एक तरफ जहां करारा झटका लगा हैं, वहीं भाजपा ने गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट के साथ-साथ वेस्ट यूपी की कई सीटों पर गुर्जरों को साधने का काम किया है।
हाथी छोड़ भाजपा का थामा दामन 2001 में पूर्व कारागार मंत्री वेदराम भाटी के जनप्रतिनिधि रहे और पूर्व जिला सचिव संदीप जैन ने बसपा छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया है। बुधवार को एक कार्यक्रम के दौरान सांसद व कैबिनेट मंत्री डॉक्टर महेश शर्मा और जिलाध्यक्ष विजय भाटी ने उन्हें सदस्यता दिलाई। संदीप जैन ग्रेटर नोएडा के दनकौर के रहने वाले है। इसके अलावा 2004-07 तक जिला सचिव भी रहे। व्यापारी वर्ग में उनकी अच्छी पकड़ मानी जाती है। संदीप जैन के भाजपा मेंं शामिल होने से बसपा को नुकसान हो सकता है।
टिकट बंटवारे को लेकर भी नाराज है बसपाई गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट पर बसपा की तरफ से तीन बार प्रभारी बदले जा चुके है। बसपा की तरफ से सबसे पहले वीरेंद्र डाढा को गौतमबुद्ध नगर लोकसभा की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। उसके बाद में बाइक बोट कंपनी के मालिक संजय भाटी को प्रभारी बनाया गया था। हालांकि बाइक बोट कंपनी के मालिक पर लोगों के रुपये न देने का आरोप लगा था। उनके बाद में बसपा ने सत्यवीर नागर को प्रभारी बनाया है। बताया जा रहा है कि टिकट बंटवारे को लेकर पुराने कार्यकर्ताओं में बसपा के खिलाफ रोष है।