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ट्रक में इस सामान को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने के ड्राइवर लेता था 50 हजार, पुलिस ने रोका तो हुआ बड़ा खुलासा

locationग्रेटर नोएडाPublished: Aug 22, 2019 01:50:37 pm

Submitted by:

Nitin Sharma

मुख्य बातें

एक राज्य से दूसरे राज्य पहुंचाने के लिए ट्रक चालक लेते थे इतने हजार रुपये
पुलिस सिंडीकेट चलाने वालों का पता लगाने में जुटी

ग्रेटर नोएडा । ग्रेटर नोएडा पुलिस के हाथ उस समय एक बड़ी सफलता हाथ लगी। जब कोतवाली जारचा पुलिस के चौना बॉर्डर पर चेकिंग के दौरान पंजाब से तस्करी करके लाई जा रही। शराब की एक बड़ी खेप पकड़ ली। ट्रक से मिली 630 पेटी शराब एक कैंटर में पीओपी की बोरियों के बीच छुपा कर रखी गई थी। पुलिस दो लोगों को गिरफ्तार किया है। जो शराब माफिया के एक सिंडीकेट के लिए काम करते है। आरोपी यह शराब यूपी नहीं बल्कि इस प्रदेश में लेकर जा रहे थे। पुलिस इस मामले में यह पता लगाने की कोशिश कर रही यह शराब की कहां से इन ट्रकों में लोड की गई थी।

एक से दूसरे राज्यों में ऐसे पहुंचा देते थे शराब

शराब की पेटियों और ट्रक के सामने बैठे डूंगरा और तेजेंद्र सिंह, यह दोनों शराब माफिया एक सिंडिकेट के लिए काम करते हैं। जिनका काम है शराब की खेप को एक राज्य से दूसरे राज्य की सीमा तक ले जाना। इसके लिए इनको मोटी रकम मिलती है। इन्हें यह पता है की पुलिस की चेकिंग कहां-कहां होती है और ये राज्यों के उन मार्गों से वाकिफ हैं। जिनसे होकर यह शराब पड़ोसी राज्यों में पहुंचाया जा सकता है। पुलिस ने इन दोनों अभियुक्तों के कब्जे से एक 10 टायर ट्रक और एक कैंटर बरामद किया है। जिसमे पीओपी की बोरियों के पीछे छुपा कर अंग्रेजी शराब इंपिरियल ब्लू हरियाणा मार्का की 630 पेटियां रखी हुई थी। पुलिस के अनुसार डूंगरा के 10 टायर ट्रक से पुलिस ने 100 पेटी और 130 पेटी पव्वे अंग्रेज शराब के बरामद की है। वहीं तेजिंदर के ट्रक से 200 पेटी हाफ और 200 पव्वे अंग्रेजी शराब बरामद किये है। इस शराब की बाजार में कीमत 50 लाख से ज्यादा की है।

एक राज्य से दूसरे राज्य की सीमा तक पहुंचाने के लेते थे इतने रुपये

डीएसपी का कहना है की पकड़े गए दोनों आरोपी शराब माफिया एक सिंडिकेट के लिए काम करते हैं। जिनका काम है शराब की खेप को एक राज्य से दूसरे राज्य की सीमा तक ले जाना। इसके लिए इनको 50 हज़ार तक रकम दी जाती है। पुलिस इस मामले में यह पता लगाने की कोशिश कर रही कि यह शराब कहां से इन ट्रकों में लोड की गई और बिहार में इन्हें किसे सप्लाई किया जाना था। पुलिस ने इस बारे में पड़ोसी राज्यों की पुलिस से भी संपर्क कर रही है। गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों को आबकारी और आईपीसी की धाराओ में मुकदमा दजऱ् कर जेल भेज दिया गया है।

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