एक से दूसरे राज्यों में ऐसे पहुंचा देते थे शराब
शराब की पेटियों और ट्रक के सामने बैठे डूंगरा और तेजेंद्र सिंह, यह दोनों शराब माफिया एक सिंडिकेट के लिए काम करते हैं। जिनका काम है शराब की खेप को एक राज्य से दूसरे राज्य की सीमा तक ले जाना। इसके लिए इनको मोटी रकम मिलती है। इन्हें यह पता है की पुलिस की चेकिंग कहां-कहां होती है और ये राज्यों के उन मार्गों से वाकिफ हैं। जिनसे होकर यह शराब पड़ोसी राज्यों में पहुंचाया जा सकता है। पुलिस ने इन दोनों अभियुक्तों के कब्जे से एक 10 टायर ट्रक और एक कैंटर बरामद किया है। जिसमे पीओपी की बोरियों के पीछे छुपा कर अंग्रेजी शराब इंपिरियल ब्लू हरियाणा मार्का की 630 पेटियां रखी हुई थी। पुलिस के अनुसार डूंगरा के 10 टायर ट्रक से पुलिस ने 100 पेटी और 130 पेटी पव्वे अंग्रेज शराब के बरामद की है। वहीं तेजिंदर के ट्रक से 200 पेटी हाफ और 200 पव्वे अंग्रेजी शराब बरामद किये है। इस शराब की बाजार में कीमत 50 लाख से ज्यादा की है।
एक राज्य से दूसरे राज्य की सीमा तक पहुंचाने के लेते थे इतने रुपये
डीएसपी का कहना है की पकड़े गए दोनों आरोपी शराब माफिया एक सिंडिकेट के लिए काम करते हैं। जिनका काम है शराब की खेप को एक राज्य से दूसरे राज्य की सीमा तक ले जाना। इसके लिए इनको 50 हज़ार तक रकम दी जाती है। पुलिस इस मामले में यह पता लगाने की कोशिश कर रही कि यह शराब कहां से इन ट्रकों में लोड की गई और बिहार में इन्हें किसे सप्लाई किया जाना था। पुलिस ने इस बारे में पड़ोसी राज्यों की पुलिस से भी संपर्क कर रही है। गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों को आबकारी और आईपीसी की धाराओ में मुकदमा दजऱ् कर जेल भेज दिया गया है।