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देर रात कार और ट्रैक्टर की भिड़ंत, हादसे के बाद कार में ही पड़ा रहा शव, सुबह परिजनों का हंगामा उल्लेखनीय है कि बुलंदशहर जिले के सिकंदराबाद कोतवाली क्षेत्र स्थित जीतगढ़ी गांव में जहरीली शराब पीने से आधा दर्जन लोगों की मौत हो गई थी। पुलिस इस मामले में आरोपी कुलदीप, मुकेश और यादराम के खिलाफ केस दर्ज करते हुए गिरफ्तारी की कार्रवाई कर रही है। पुलिस ने शुक्रवार को कुलदीप को दिल्ली से गिरफ्तार किया था। पुलिस की जांच में खुलासा हुआ कि बुलंदशहर शराब कांड में जहरीली शराब नोएडा से आई थी। इसके बाद रविवार देर शाम सीओ सिकंदराबाद नम्रता श्रीवास्तव ने पुलिस टीम के साथ ग्रेटर नोएडा के कासना थाना क्षेत्र के साइट-5 औद्योगिक क्षेत्र में एक फैक्टरी में छापा मारा।
एक शव बिस्तर पर तो दूसरा बाथरूम के पास बरामद पुलिस को मौके से भारी मात्रा में अवैध शराब और पैकिंग की सामग्री के साथ दो शव भी मिले। एक शव बिस्तर पर पड़ा था और दूसरा बाथरूम के पास बरामद हुआ। फिलहाल पुलिस ने फैक्ट्री को सील कर दिया है और शवों को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया है। प्रथम दृश्ट्या दोनों की मौत की वजह जहरीली शराब का सेवन बताई जा रही है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि फैक्ट्री को कॉस्मेटिक्स सामान बनाने के लिए 25 हजार रुपए पर किराए पर लिया गया था। आरोपियों ने दो जनवरी को फैक्ट्री में शिफ्ट किया था। फिलहाल पुलिस डीलर और फैक्ट्री मालिक से पूछताछ कर रही है।
मुजफ्फरनगर में सप्लाई होनी थी शराब डीसीपी ग्रेटर नोएडा जोन राजेश कुमार ने बताया कि प्रदीप का एक अन्य साथी कालू जहरीली शराब पीने से तबीयत खराब होने पर शनिवार को जिम्स में भर्ती हुआ था। जहां होश में आने पर उसने पुलिस पूछताछ में बताया था कि प्रदीप और संतोष कासना फैक्ट्री में मृत पड़े हैं। बता दें कि प्रदीप और कालू दोनों ही बुलंदशहर शराब कांड में वांछित हैं। बताया जा रहा है कि मुख्य आरोपी ने मिंकू उर्फ चंद्रभान और फैक्ट्री मालिक के बीच किराए का एग्रीमेंट हुआ था। बरामद की गई पैकिंग पर बार कोड मुजफ्फरनगर के हैं। इससे खुलासा हुआ है कि शराब की आपूर्ति मुजफ्फरनगर में ही होनी थी।